अतिक्रमण हटाने के दौरान हुई मारपीट में घायल युवक की मौत, हंगामा
गोपालगंज कटेया थाना क्षेत्र के मोतीपुर गांव में बीते 28 जून को सरकारी जमीन से अतिक्रमण हट
गोपालगंज : कटेया थाना क्षेत्र के मोतीपुर गांव में बीते 28 जून को सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटवाने के दौरान दो पक्षों के बीच हुई मारपीट की घटना में जख्मी एक युवक की गोरखपुर में इलाज के दौरान सोमवार की रात मौत हो गई। मंगलवार को युवक का शव गांव में पहुंचाने के बाद ग्रामीणों का आक्रोश फूट पड़ा। आक्रोशित ग्रामीणों ने शव को समउर-मीरगंज मुख्य मार्ग पर रखकर जाम करने के बाद प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। इस दौरान करीब चार घंटे तक समउर-मीरगंज मुख्य मार्ग जाम रहा एवं आवागमन बाधित रहा। परिजन व ग्रामीण आरोपितों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग पर अड़े हुए थे। घटना की सूचना के बाद मौके पर पहुंचे बीडीओ, सीओ व थानाध्यक्ष के द्वारा शीघ्र कार्रवाई का आश्वासन दिये जाने के बाद मामला शांत हुआ तथा ने पुलिस शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया।
बताया जाता है कि कटेया थाना क्षेत्र के मोतीपुर में सामुदायिक भवन के निर्माण के लिए सरकारी जमीन का चयन किया गया था। इस जमीन पर कुछ लोगों ने अतिक्रमण कर लिया। जिसके बाद लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के आदेश पर सीओ आदित्य शंकर के नेतृत्व में पुलिस व पदाधिकारियों की टीम 28 जून को अतिक्रमण हटवाने के लिए मोतीपुर गांव में पहुंची थी। इस दौरान प्रशासन व अतिक्रमणकारियों के बीच में झड़प हो गई। जिसमें दोनों पक्षों से सात लोग घायल हो गए थे। मृतक के परिजनों का आरोप है कि अतिक्रमण हटने के बाद अतिक्रमणकारियों को संदेह हुआ कि इन्हीं लोगों द्वारा शिकायत कर अतिक्रमण हटवाया गया है। इसे लेकर कुछ लोगो ने लाठी-डंडे से हमला कर दिया। जिसमें राधेश्याम चौहान, सहोदर चौहान, रूबी चौहान, समेत पांच लोग घायल हो गए थे। मारपीट की घटना में जख्मी सहोदर चौहान को इलाज के लिए सदर अस्पताल गोपालगंज में भर्ती कराया गया। जहां से डाक्टरों ने उन्हें गोरखपुर रेफर कर दिया था। गोरखपुर में इलाज के दौरान सोमवार की रात उनकी मौत हो गई। मौत के बाद आक्रोशित ग्रामीणों व परिजनों ने मंगलवार की सुबह शव को समउर- मीरगंज मुख्य मार्ग पर रखकर सड़क जाम कर दिया तथा हंगामा करने लगे। जिसके कारण 4 घंटे तक आवागमन बाधित रहा। घटना की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे पंचदेवरी पिकेट प्रभारी रियाज हुसैन व एएसआई संजय कुमार को भी ग्रामीणों के आक्रोश का सामना करना पड़ा। स्थिति बिगड़ते देख थानाध्यक्ष मिथिलेश कुमार पांडेय, सीओ आदित्य शंकर व बीडीओ मनीष कुमार श्रीवास्तव मौके पर पहुंच गए। इस दौरान काफी देर तक समझाने बुझाने व आरोपितों पर शीघ्र कार्रवाई करने का आश्वासन दिए जाने के बाद सड़क से जाम हटाया गया।