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जरूरत से कम हुई यूरिया की आपूर्ति, बढ़ी किसानों की परेशानी

जागरण संवाददाता गोपालगंज रबी अभियान में डीएपी के बाद अब यूरिया की किल्लत से किसानों के प

By JagranEdited By: Published: Sun, 16 Jan 2022 11:38 PM (IST)Updated: Sun, 16 Jan 2022 11:38 PM (IST)
जरूरत से कम हुई यूरिया की आपूर्ति, बढ़ी किसानों की परेशानी
जरूरत से कम हुई यूरिया की आपूर्ति, बढ़ी किसानों की परेशानी

जागरण संवाददाता, गोपालगंज : रबी अभियान में डीएपी के बाद अब यूरिया की किल्लत से किसानों के पसीने छूट रहे हैं। रबी की सिचाई के बाद किसानों को यूरिया की दरकार है, लेकिन बाजार की दुकानों से यूरिया गायब है। कृषि विभाग भी इस बात को स्वीकार कर रहा है कि जिले में यूरिया की कमी एक बड़ी समस्या है। विभाग जिले में जरूरत के विरुद्ध अबतक मात्र 67 प्रतिशत ही यूरिया की उपलब्धता का दावा कर रहा है। ऐसे में किसान अधिक कीमत पर यूरिया खरीदने को विवश हो रहे हैं।

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जानकारी के अनुसार, वर्तमान रबी अभियान में जिले को 15983 मीट्रिक टन यूरिया की जरूरत है। इसके विरुद्ध सरकार के स्तर पर जिले को मात्र 10,754 मीट्रिक टन की यूरिया उपलब्ध कराई जा सकी है। रविवार को कृषि विभाग ने दावा किया कि जल्द ही जिले को शेष यूरिया उपलब्ध हो जाएगी। इधर, असली समस्या जनवरी माह में किसानों को रबी अभियान के लिए यूरिया का नहीं मिल पाना है। ऐसे में किसान यूरिया के लिए दर-दर भटक रहे हैं। इस बीच किसान अपनी जरूरत के हिसाब से यूरिया के निर्धारित दर से अधिक राशि देकर इसकी खरीद कर रहे हैं। उधर, कृषि विभाग इस बात से इन्कार कर रहा है कि जिले में निर्धारित दर से अधिक कीमत पर यूरिया की बिक्री हो रही है। जिला कृषि पदाधिकारी डा. वेदनारायण सिंह ने बताया कि जिले में यूरिया का दर 266 रुपया 50 पैसा निर्धारित है। इस दर पर ही यूरिया की बिक्री हो रही है।

कुचायकोट प्रखंड में भी दुकानों से यूरिया गायब

संवाद सूत्र, कुचायकोट (गोपालगज) : तीन दिन पूर्व प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों में हुई बरसात के बाद यूरिया की मांग बढ़ने के साथ ही बाजार से यूरिया गायब हो गई है। किसान यूरिया के लिए एक बाजार से दूसरी बाजार भटक रहे हैं, पर बाजार से यूरिया नदारद है। ऐसे में कुछ दुकानदार चोरी-छिपे यूरिया की कालाबाजारी भी करने लगे हैं। जानकारी के अनुसार बारिश से पूर्व प्रखंड में यूरिया का 75 मीट्रिक टन का आवंटन प्राप्त हुआ था, लेकिन बारिश के अगले ही दिन अधिकांश दुकानों से यूरिया गायब हो गई। रविवार को प्रखंड के सासामुसा बाजार में ही मात्र दो दुकानों पर यूरिया उपलब्ध दिखी, जहां यूरिया लेने के लिए लोगों की भीड़ लगी रही। इस संबंध में प्रखंड कृषि पदाधिकारी राघव प्रसाद ने बताया कि पिछले हफ्ते कुचायकोट प्रखंड के लिए यूरिया का 75 मीट्रिक टन का आवंटन प्राप्त हुआ था, जिसे प्रखंड के विभिन्न दुकानों पर उपलब्ध कराई गई है।

सिधवलिया प्रखंड में भी यूरिया की किल्लत बरकरार

संवाद सूत्र, कुचायकोट (गोपालगज) : बारिश के बाद सिधवलिया में यूरिया की किल्लत बरकरार है। ऐसे में किसान मिलों दूर चलकर दूसरे प्रखंड व जिला मुख्यालय तक यूरिया की तलाश कर रहे हैं। किसान अपने खेतों में लगे गेहूं व तेलहन फसल में यूरिया खाद के छिड़काव के लिए दर दर भटक रहे है। इस संबंध में बीएओ मिथलेश प्रसाद ने बताया कि यूरिया खाद की किल्लत है। यूरिया का आवंटन मिलने के बाद ही यूरिया खाद की उपलब्धता किसानों के बीच होगी।


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