भुगतान नहीं होने से संकट में फंसे कर्मी
गोपालगंज। वित्त रहित विद्यालयों के शिक्षकों व कर्मियों को करीब पांच वर्ष से राशि का भुग
गोपालगंज। वित्त रहित विद्यालयों के शिक्षकों व कर्मियों को करीब पांच वर्ष से राशि का भुगतान नहीं किए जाने के कारण शिक्षक और अन्य कर्मचारियों के समक्ष आर्थिक संकट पैदा हो गया है। आर्थिक परेशानियों से जूझ रहे इन शिक्षकों और कर्मचारियों का भुगतान अब भी अगर नहीं मिला तो कर्मचारियों की स्थिति और बिगड़ जाएगी। कर्मियों ने बकाए राशि का भुगतान नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
जानकारी के अनुसार वर्ष 2008 में सरकार ने नई वित्त रहित शिक्षा नीति लागू किया था। जिसके तहत वित्त रहित विद्यालयों के शिक्षकों और अन्य कर्मचारियों के लिए राशि का निर्धारण हाई स्कूल पास करने वाली छात्र छात्राओं की संख्या के आधार पर निर्धारित किया गया। इस नियम के तहत हाई स्कूल में प्रथम श्रेणी से पास करने वाले बच्चों पर तीन हजार, द्वितीय श्रेणी वालों को 25 सौ और तृतीय श्रेणी से पास करने वालों बच्चों को दो हजार रुपये प्रति छात्र के हिसाब से विद्यालय प्रबंधन को सरकार द्वारा भुगतान किया जाना था। जितनी संख्या में बच्चे हाई स्कूल पास करते उतनी ही संख्या और वर्ग नौ के छात्रों की संख्या भी मानते हुए विद्यालय प्रबंधन को राशि का भुगतान करना था। वर्ष 2008, 2009 और 2010 तीन वर्षो तक विद्यालयों को राशि का भुगतान किया गया। जिससे शिक्षकों और कर्मचारियों को 2010 के सेशन तक मानदेय का भुगतान भी हो गया। इसके बाद किसी भी विद्यालय में राशि का भुगतान विभाग द्वारा नहीं किए जाने से पिछले पांच साल में नहीं किया गया है। पांच साल से कोई राशि नहीं मिलने से शिक्षक और कर्मचारी भारी आर्थिक तंगी से गुजर रहे है। इस बारे में विभिन्न विद्यालयों के शिक्षकों ने जिला पदाधिकारी के माध्यम से कई बार राशि का भुगतान के लिए आवेदन देकर मांग की, पर अब तक राशि नहीं उपलब्ध होने से विद्यालयों के शिक्षक गंभीर संकट से गुजर रहे है। इस बारे में शिक्षकों का कहना है कि सरकार द्वारा अगर उनके राशि का भुगतान नहंी किया जाता है तो वे आंदोलन को विवश होंगे।