लोगों को आकर्षित कर रहे रंग बिरंगे घरौंदे
दीपावली को लेकर शहर में घरौंदे की दुकानें सजने लगी है। रंग बिरंगे घरौंदे लोगों को अपनी तरफ आकर्षित भी करने लगे हैं।
गोपालगंज। दीपावली को लेकर शहर में घरौंदे की दुकानें सजने लगी है। रंग बिरंगे घरौंदे लोगों को अपनी तरफ आकर्षित भी करने लगे हैं। बाजार में सौ-सौ रुपये से लेकर 15 सौ रुपये तक की कीमत में उपलब्ध थार्मोकोल के इन घरौंदों को खरीदने के लिए खरीदारों की भीड़ भी दुकानों पर होने लगी है।
करीब एक दशक पूर्व तक गांवों में बड़े पैमाने पर मिट्टी के घरौंदे बनते थे। हरेक घर में बच्चे, महिलाएं व बुजुर्ग भी घरौंदे बनाते थे। इसे बनाने में इस बात की भी होड़ होती थी कि गांव में किसका घरौंदा सबसे अच्छा है। इसी घरौंदे में दीपावली के दिन लक्ष्मी व गणेश की मूर्तियों को स्थापित कर पूजा अर्चना की जाती थी। पर, समय के साथ मिट्टी का घरौंदा बनाने का प्रचलन कम होता गया। अब तो शायद ही कुछ ऐसे लोग होंगे जो मिट्टी के घरौंदे बनाते हैं। अब मिट्टी के घरौंदे की जगह थर्मोकोल से बने घरौंदे ने ले लिया है। दीपावली को लेकर शहर के कई स्थानों पर थर्मोकोल के घरौंदे की दुकानें सज गई है। सौ रुपये से लेकर 15 सौ रुपये तक के ये रंग-बिरंगे घरौंदे लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करने लगे हैं। लोगों की भीड़ घरौंदे की दुकानों पर अब दिखने लगी है।