सड़कों पर दिखा सन्नाटा, बूथों पर लगी रही लंबी लाइन
रविवार को छठे चरण में गोपालगंज सुरक्षित लोकसभा क्षेत्र में सुबह सात बजे से मतदान का कार्य प्रारंभ हुआ। मतदान शुरू होने से पहले ही वोटर लाइन लगाकर खड़े हो गए।
गोपालगंज। रविवार को छठे चरण में गोपालगंज सुरक्षित लोकसभा क्षेत्र में सुबह सात बजे से मतदान का कार्य प्रारंभ हुआ। मतदान शुरू होने से पहले ही वोटर लाइन लगाकर खड़े हो गए। बूथों पर भीड़ बढ़ती गई और सड़कों पर सन्नाटा छाया रहा। जिला मुख्यालय से लेकर अन्य शहर व ग्रामीण हाट बाजारों में एक समान स्थिति रही। सुबह से ही दुकानें बंद रही और मतदाताओं को रुख अपने-अपने मतदान केंद्रों पर रहा।
रविवार को जिले के अधिकांश मतदान केंद्रों पर सुबह सात बजे ही लंबी लाइन लग गई थी। मतदान शुरू होने के बाद सड़कों पर मानो कर्फ्यू लग गया हो। दुकानें बंद थी, बाहर कोई भी आ जा नहीं रहा था। बस बूथों पर ही लंबी लाइन लगी हुई थी। जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया, वोटरों का जोश भी बढ़ता गया। मतदान करने के लिए सभी उत्सुक दिखे। शहर में जिला शिक्षा कार्यालय परिसर स्थित मतदान केंद्र के अलावा, प्रखंड कार्यालय के दो मतदान केंद्रों, हजियापुर, बस स्टैंड, जादोपुर पथ, सहित अधिकांश मतदान केंद्रों पर सुबह से ही जबरदस्त भीड़ रही। सुरक्षा का पहरा भी कड़ा था। इस बीच मतदाता लाइन में लगकर शांति व्यवस्था की बीच वोट डाल रहे थे। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी खासा असर मतदान का रहा। मतदाता अपना-अपना काम धंधा छोड़कर मतदान के लिए लाइन में लगे हुए थे। इस समय आलू की फसल तैयार हो चुकी है। ग्रामीण क्षेत्र में भी मतदाता अपने दैनिक कार्य को छोड़कर मतदान के उत्सव में शामिल होने के लिए अधिक सतर्क दिखे। पूरे दिन गांव से लेकर शहर तक मतदान केंद्रों पर उत्सव व प्रत्येक दिन भीड़ भाड़ वाले हाट बाजार व शहरी इलाकों की सड़कों पर सन्नाटे की स्थिति रही। 95 प्रतिशत से अधिक दुकानें बंद रहीं। हालांकि शाम के चार बजे के बाद शहर की कुछ दुकानें खुली। लेकिन अन्य दिनों की अपेक्षा भीड़ बाजारों में नहीं दिखी। मीरगंज में भी बंद रहे व्यवसायिक प्रतिष्ठान
गोपालगंज : लोकसभा चुनाव के मतदान के कारण रविवार को मीरगंज के भी अधिकांश व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे। बाजार व सड़कों पर पूरी तरह सन्नाटा पसरा रहा। बाजार की अधिकांश दुकानें ही नहीं, होटल, चाय, पान की दुकानें बंद रहने से लोग परेशान दिखे। हमेशा गुलजार रहने वाला बाजार सूना दिखा। सड़क पर सिर्फ मतदाता व सुरक्षाकर्मी ही दिखाई पड़े।