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बरौली-बैकुंठपुर में बिगड़ी बाढ़ की स्थिति, 82 गांवों में घुसा पानी

गोपालगंज वाल्मीकिनगर बराज से चार लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के पकहा में बांध तथा देव

By JagranEdited By: Published: Sat, 26 Sep 2020 09:27 PM (IST)Updated: Sat, 26 Sep 2020 09:27 PM (IST)
बरौली-बैकुंठपुर में बिगड़ी बाढ़ की स्थिति, 82 गांवों में घुसा पानी
बरौली-बैकुंठपुर में बिगड़ी बाढ़ की स्थिति, 82 गांवों में घुसा पानी

गोपालगंज : वाल्मीकिनगर बराज से चार लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के पकहा में बांध तथा देवापुर में सारण मुख्य तटबंध टूटने से बाढ़ की स्थिति और बिगड़ गई है। बाढ़ का पानी बरौली नगर तक पहुंच गया है। नगर के पांच वार्ड पानी से घिर गए हैं। घरों में भी पानी प्रवेश कर गया है। सड़कों पर बाढ़ का पानी फिर बहने लगा है। बैकुंठपुर प्रखंड के सभी पंचायत फिर बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। इस प्रखंड के हम्मीदपुर गांव में घुटने भर पानी भर गया है। गांवों को भरते हुए बाढ़ का पानी सीमावर्ती छपरा जिले की तरफ तेजी से बढ़ रहा है। मांझा के निमुइयां सहित एक दर्जन से अधिक गांवों में पानी और भर गया गया है। शनिवार को मांझा, बरौली तथा बैकुंठपुर प्रखंड के 82 गांव बाढ़ की चपेट में पूरी तरह से आ गए हैं। ग्रामीण अपना घर छोड़कर पलयान कर रहे हैं। इसी बीच जिला प्रशासन तथा एनडीआरएफी की टीम ने बचाव अभिया को और तेज कर दिया है। बाढ़ प्रभावित इलाकों में कम्युनिटी किचन खोलने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।

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बीते 23 जुलाई को देवापुर, पुरैना, सोनवलिया मूंजा में सारण तटबंध तथा जगह जगह बांध टूटने से आई बाढ़ ने जिले के मांझा, बरौली, सिधवलिया तथा बैकुंठपुर प्रखंड में भारी तबाही मचाई। इधर बाढ़ का पानी उतरने के बाद बाढ़ प्रभावित गांवों में जिदगी पटरी पर लौटने लगी है। टूटे बांध व तटबंध को बालू भरे बोला से बांधने काम चल रहा था। इस बीच वाल्मिकी नगर बराज से गुरुवार को चार लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया। शुक्रवार की सुबह पानी जिले से गुजरने से गंडक नदी फिर उफान पर आ गई है। गंडक नदी के के पानी के दबाव से पकहां तथा देवापुर में नदी के पानी के दबाव से जहां बांध पहले टूटा था, वहीं फिर बांध टूट गया। बांध टूटने से गंडक नदी का पानी देवापुर मुख्य तटबंध से ओवर फ्लो करने देवापुर दक्षिण टोला में भर रहा है। पकहां में बांध टूटने से फैजुल्लाहपुर, खोम्हारीपुर, कल्याणपुर, सलेमपुर, शीतलपुर, कृतपुरा, टेरुआं, बंगरा, मड़वां, सोनवलिया, गम्हारी, मुंजा, चिउटाहां, बलहां, हमीदपुर आदि गांव फिर बाढ़ के चपेट में आ गए हैं। मांझा प्रखंड की निमुईया तथा पुरैना पंचायत के कई गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। सड़कों पर करीब दो फीट तक पानी बह रहा है। शुक्रवार की देर रात बाढ़ का पानी गांवों, खेत खलिहार और चंवर को भरते हुए बरौली नगर तक पहुंच गया। शनिवार को बाढ़ का पानी भरने से नगर के पांच वार्ड पानी से घिर गए हैं। बाढ़ का पानी धीरे-धीरे पूरे नगर में फैलने लगा है। बाढ़ सबसे अधिक कहर बैकुंठपुर प्रखंड में बरपा रही है। इस प्रखंड की सभी पंचायत फिर बाढ़ की चपेट में आ गई हैं। हम्मीदपुर सहित निचले इलाके के गांवों में घुटने भर बाढ़ का पानी भर गया है। बाढ़ का पानी एक-एक गांव में प्रवेश करते हुए सीमावर्ती छपरा जिले की तरफ बढ़ रहा है। इस बीच बाढ़ से बढ़ रहे खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन तथा एनडीआरएफ की टीम पूरी तरह से सतर्क हो गई है। एनडीआरएफ की टीम ने निचले इलाके के गांवों में ग्रामीणों को निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का अभियान तेज कर दिया है।


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