तालाबों को बचाने की हुई पहल, करेंगे जागरूक
गोपालगंज। जलसंकट को लेकर आ रही खबरों के बीच दैनिक जागरण के जलदान अभियान से जुड़ कर अब लोग पानी की बर्
गोपालगंज। जलसंकट को लेकर आ रही खबरों के बीच दैनिक जागरण के जलदान अभियान से जुड़ कर अब लोग पानी की बर्बादी रोकने के लिए आगे आने लगे हैं। शहरी इलाके के तालाबों को बचाने की ¨चता अब लोगों को भी सताने लगी है। साल-दर-साल जल संकट गहराते जाना अब शहरी इलाके के लोगों को भी महसूस होने लगा है। शहरी इलाके के तालाबों को बचाने की दैनिक जागरण की मुहिम के तहत शनिवार को हथुआ में चौपाल लगाया गया। इस चौपाल में लोगों ने बारिश के पानी की बर्बादी रोकने के लिए तालाबों की दशा सुधारने के लिए खुद पहल करने का निर्णय लिया। बैठक के दौरान स्थानीय प्रशासन का सहयोग लेकर लोगों ने खुद तालाबों की दशा सुधारने का संकल्प लिया। साथ ही इसके लिए जागरूकता अभियान चलाने के लिए भी कार्ययोजना तैयार की गई। चौपाल में वक्ताओं ने कहा कि तालाबों की अबतक काफी उपेक्षा हो चुकी है। एक जमाना था कि हरेक क्षेत्र में एक-दो तालाब होते थे। लेकिन आज उपेक्षा के कारण कई तालाबों का अस्तित्व ही समाप्त हो चुका है। वक्ताओं ने कहा कि तालाबों के अस्तित्व मिटते जाने से अब जल संकट धीरे-धीरे सिर पर खड़ा होने लगा है। पहले साल भर जिन तालाबों में पानी रहता था, अब वे सूख गए हैं। तालाबों की बदहाली से इंसान के साथ ही जानवरों के सामने भी संकट खड़ा हो गया है। देश के कई इलाकों में पानी को लेकर संकट बढ़ता जा रहा है। अगर अभी नहीं चेते तो यहां भी आने वाली पीढ़ी को पानी के लिए संकट का सामना करना पड़ेगा। वक्ताओं ने कहा कि तालाबों की दशा खराब होने से अब बारिश का पानी बर्बाद हो जाता है। पानी की बर्बादी से बचाने के प्रति बरती जा रही यह लापरवाही आगे चल कर लोगों पर भारी पड़ेगी। पानी को बर्बाद होने से बचाने के लिए अभी से सभी को आगे आना होगा। इनसेट
स्थानीय पदाधिकारियों को दिया आवेदन
हथुआ: हथुआ शहर तथा आसपास के इलाके में स्थित तालाबों की दशा सुधारने के लिए लोगों ने स्थानीय पदाधिकारियों को आवेदन दिया। लोगों ने कहा कि हथुआ में पांच सार्वजनिक तालाब हैं। जिनमें से एक को छोड़ कर सभी अतिक्रमण के शिकार हो गए हैं। तालाबों को पाट कर अतिक्रमण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पहले इन तालाबों में साल भर पानी रहता था। अब तालाब पूरी तरह से सूख गए हैं। बारिश का पानी सड़कों पर ही बहता है। उन्होंने पदाधिकारियों से तालाबों की दशा सुधारने की मांग करते हुए कहा कि वे लोग भी इस काम में प्रशासन का पूरा सहयोग करेंगे। बैठक में तीर्थराज तिवारी, अनिल उपाध्याय, चंद्रशेखर साहू, कन्हैया प्रसाद, वृजेंद्र दुबे, जयप्रकाश दुबे, फखरुद्दीन आलम तथा बृजनाथ शुक्ला सहित कई गणमान्य लोग मौजूद थे।