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Cyclone Yaas Alert: कैमूर के रास्‍ते बिहार आ रहा यास, तेज हवा के साथ मूसलाधार बारिश के आसार

चक्रवातीय तूफान यास का व्‍यापक असर आज और कल देखने को मिल सकता है। मौसम विभाग के अनुसार कैमूर क्षेत्र से यह तूफान बिहार में प्रवेश करेगा। इस दौरान मूसलाधार बारिश हो सकती है। तेज हवाएं चलने के आसार भी हैं।

By Vyas ChandraEdited By: Published: Thu, 27 May 2021 08:10 AM (IST)Updated: Thu, 27 May 2021 08:10 AM (IST)
Cyclone Yaas Alert: कैमूर के रास्‍ते बिहार आ रहा यास, तेज हवा के साथ मूसलाधार बारिश के आसार
कैमूर के रास्‍ते बिहार में प्रवेश करेगा यास। प्रतीकात्‍मक फोटो

भभुआ (कैमूर), जागरण संवाददाता। चक्रवातीय तूफान यास (YAAS Cyclone) को लेकर हाई अलर्ट है। प्रशासनिक अधिकारी लगातार स्थिति की समीक्षा कर रहे  हैं। लोगों से सतर्क रहने को कहा जा रहा है। मौसम बुधवार से ही बदला-बदला है। तेज हवाएं चल रही हैं। रह-रहकर बारिश हो रही है। मौसम विभाग का कहना है कि कैमूर क्षेत्र से यह तूफान गुरुवार को बिहार में  प्रवेश करेगा। इसके बाद तेज बारिश और आंधी के आसार हैं। बिहार के दस जिलों में इस तूफान का असर अधिक पड़ने की बात कही जा रही है। 

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बुधवार शाम से हो रही बारिश 

कैमूर जिले में बुधवार की देर शाम जमकर बारिश हुई। लगभग दो‌ घंटे अच्‍छी बारिश  के बाद रिमझिम बारिश पूरी रात होती रही। बिहार में यास तूफान कैमूर जिले से ही प्रवेश करेगा। इस दौरान 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलेगी और बारिश भी होगी। इस सूचना से कैमूर जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है।   लोगों से तूफान से बचाव के लिए जारी गाइडलाइन का अनुपालन करने की अपील की गई है। बताया गया है कि तूफान में तेज हवा, वज्रपात, भारी बारिश होने की संभावना है। ऐसे में पेड़ गिरने, बिजली आपूर्ति बाधित होने, निचले इलाकों में जलजमाव होने, मिट्टी युक्त घरों के गिरने,  तथा फसल क्षति के अलावा मोबाइल टावर के नुकसान होने की आशंका है।  इससे बचाव के लिए लोगों से पेड़ों के नीचे तथा कमजोर आधारभूत संरचनाओं के नीचे शरण नहीं लेने तथा न हीं पशुओं को वहां पर रखने की बात कही गई है।

अस्‍पतालों की व्‍यवस्‍था की गई चुस्‍त-दुरुस्‍त

वहीं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं अन्य अस्पतालों में चिकित्सीय सुविधा, प्राथमिक उपचार एवं जीवन रक्षक दवाओं की उपलब्धता तथा अस्पतालों के एंबुलेंस तैयार कर ली गई है। सभी स्वास्थ्य कर्मियों व थाना को भी अलर्ट मोड में रहने के लिए निर्देश दिया गया है । प्रखंड स्तर के नियंत्रण कक्ष 24 घंटा पर सक्रिय कर पंचायत प्रतिनिधियों एवं अन्य जनप्रतिनिधियों समाजसेवियों का मोबाइल नंबर पर भी जानकारी उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है। प्रखंड एवं अंचल स्तर पर राहत एवं बचाव दल का गठन किया गया है। यदि किसी प्रकार की क्षति कृषि क्षति,  मिट्टी के घर गिरने, पशु के क्षति होने पर उसका आकलन एवं फोटो कराकर आपदा विभाग को सूचित करने के लिए भी निर्देश दिया गया है। किसी प्रकार की दुर्घटना होने पर प्रखंड अंचल स्तरीय सक्रिय आपदा नियंत्रण कक्ष में या जिला आपातकालीन संचालन केंद्र 0189 - 222080 पर जानकारी दी जा सकती है। 


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