बिहार: विश्वप्रसिद्ध महाबोधि मंदिर के पट खुले, भगवान बुद्ध के दर्शन कर अभिभूत हो रहे श्रद्धालु; देखें तस्वीरें
काेरोना संकट को ले लॉकडाउन 5 में अब बिहार में बोधगया स्थित महाबोधि मंदिर के पट बुधवार को खुल गये। एक घंटे की विशेष पूजा और सूत्त पाठ के बाद श्रद्धालु भगवान बुद्ध के दर्शन करने लगे।
गया, जेएनएन। बुद्धभूमि पर त्रिशरण घोष (बुद्धम् शरणम् गच्छामि) की गूंज के साथ बुधवार से महाबोधि मंदिर के पट खुल गए। महाबोधि मंदिर प्रबंधकारिणी समिति के पदाधिकारियों की ओर से गर्भगृह में की गई विधिवत पूजा के बाद आम श्रद्धालुओं को दर्शन की अनुमति दी गई। 78 दिन के लंबे अंतराल के बाद मंदिर खुला तो पहले दिन लगभग छह सौ श्रद्धालुओं ने भगवान बुद्ध का दर्शन किया।
बुधवार की सुबह करीब छह बजे महाबोधि मंदिर प्रबंधकारिणी समिति (बीटीएमसी) के कार्यालय से हाथों में पुष्प थाल लिए सचिव एन. दोरजे, सदस्य डॉ. अरविंद कुमार सिंह, मुख्य पुजारी भंते चालिंदा व केयरटेकर भंते दीनानाथ निकले। इसके बाद मुख्य पुजारी ने सूत्त पाठ किया, फिर सीढिय़ों से समिति के सभी अधिकारी गर्भगृह तक पहुंचे, जहां लंबे अंतराल के बाद तथागत बुद्ध के दर्शन हुए।
आशीर्वाद मुद्रा में गौतम बुद्ध की प्रतिमा विश्व को शांति का संदेश दे रही थी। शारीरिक दूरी के अनुपालन के साथ बुद्ध को नमन कर पदाधिकारी गर्भगृह से बाहर निकले। इसके बाद श्रद्धालुओं ने दर्शन-पूजन किया, जो काफी देर से घेरे में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। विदेशी श्रद्धालुओं में वही थे, जो लॉकडाउन के दौरान बोधगया में रह रहे थे। पहला दर्शनार्थी चीनी पर्यटक रहा।
मंदिर प्रबंधन की ओर से एक बार में 8-10 दर्शनार्थियों को अंदर भेजा जा रहा था। मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश व निकास एक ही दरवाजे से था, इसलिए उसे दो भागों में बांट दिया गया था। बाहर निकलने वाले लोग दक्षिण दिशा से होते हुए बोधिवृक्ष तक पहुंच रहे थे। वहां पांच-दस मिनट छांव में बैठकर ध्यान लगाते, फिर पश्चिम दिशा के निकास द्वार से बाहर निकल रहे थे। यह सिलसिला करीब नौ बजे तक चला। दोपहर बाद दर्शनार्थियों की संख्या कम होती गई।
प्रतिदिन दो बार खुलेगा महाबोधि मंदिर, श्रद्धालु करेंगे दर्शन
बीटीएमसी के निर्देश के अनुसार अनलॉक-1 में आम श्रद्धालुओं के लिए मंदिर दो बार खुलेगा। सुबह छह बजे से नौ बजे तक और शाम को चार बजे से छह बजे तक मंदिर के दरवाजे खुलेंगे और श्रद्धालु दर्शन-पूजन कर सकेंगे।
दर्शन का समय
सुबह : 6 से 9 बजे तक
शाम : 4 से 6 बजे तक
प्रतिदिन सूत्त पाठ
सुबह : 5:30 से 6 बजे तक
शाम : 6 से 7 बजे तक
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