पहल: शौचालय के लिए भीख मांगने निकली बेबी, साथ हुआ पूरा गांव
गया जिले के कचौड़ी पंचायत के फजलाहा गांव की एक असहाय विधवा को यह बात कचोट रही थी कि उनके घर में शौचालय नहीं है। घर में पैसे नहीं थे तो वह शौचालय के लिए भीख मांगने निकल पड़ी, जानिए.
गया [कौशलेंद्र कुमार]। घर में पैसे नहीं थे, लेकिन शौचालय बनाना जरूरी था। इसलिए बेबी देवी भीख मांगने निकल पड़ीं। स्वच्छ भारत अभियान के प्रति जागरूकता की यह एक मिसाल है कि अंतिम कतार में खड़े लोग भी किस तरह इससे प्रभावित हो रहे हैं। यहां तक कि खुले में शौच से मुक्ति के लिए भीख मांगने भी निकल पड़े।
कचौड़ी पंचायत के फजलाहा गांव की एक असहाय विधवा को यह बात कचोट रही थी कि उनके घर में शौचालय नहीं है। चारों तरफ रैलियां निकल रही हैं, शौचालय बनाने का आग्रह किया जा रहा है। बेबी देवी ने निर्णय लिया और वे खुले में शौच से मुक्ति के लिए भीख मांगने निकल पड़ीं। गांव की महिलाओं ने भी उनका साथ दिया।
बेबी देवी के पति की मौत करीब चार वर्ष पहले हो चुकी है। दो छोटे-छोटे बच्चे हैं, जिन्हें पालने के लिए वे मजदूरी करती हैं। उनके पास इतना पैसा नहीं कि शौचालय बनवा सकें। उन्होंने कहा कि शौचालय बनाने की ठान ली है तो बनवा कर ही दम लेंगी। वे सोमवार को भिक्षाटन पर निकलीं तो कई महिलाएं साथ थीं। इन सबका उत्साह देख गांव के पुरुष भी साथ हो गए।
जब प्रखंड विकास पदाधिकारी संतोष कुमार सिंह को इस बात की जानकारी मिली तो उन्होंने भी गांव पहुंचकर बेबी देवी के इस संकल्प को पूरा करने में अपनी ओर से आर्थिक सहायता दी। बेबी देवी ने भिक्षाटन कर करीब सात हजार रुपये जुटा लिये हैं।
उन्होंने बताया कि अब शौचालय निर्माण शुरू कर देंगी। मुखिया प्रतिनिधि किशोर यादव ने बताया कि बेबी देवी ने सभी को प्रेरणा दी है। उनके इरादे को मुकाम तक पहुंचाने में पूरा गांव खड़ा हो गया है। हर कोई उन्हें मदद कर रहा है।