औरंगाबाद के 318 प्रधानध्यापकों का रोका गया वेतन, 24 घंटे के अंदर देना होगा सभी को जवाब
औरंगाबाद में लापरवही बरतने वाले 318 प्रधानाध्यापकों पर सख्त एक्शन लिया गया है। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने 318 प्रधानाध्यापकों के वेतन पर रोक लगा दी है। डीइओ ने प्रधानाध्यापक से 24 घंटे के अंदर स्पष्टीकरण की भी मांग की है।
जागरण संवाददाता, औरंगाबाद। विद्यालयों के कार्य में लापरवाही बरतने वाले शिक्षकों पर जिला शिक्षा पदाधिकारी संग्राम सिंह ने कार्रवाई की है। वित्तीय वर्ष 2021-22 में विद्यार्थी सूचना संग्रह (डीबीटी) कार्य सही तरीके से न करने पर जिले के 11 प्रखंडों के प्राथमिक, नवसृजित प्राथमिक, मध्य, उत्क्रमित मध्य एवं उच्च विद्यालय के 318 प्रधानाध्यापकों का वेतन बंद करने का आदेश दिया है। शिक्षकों से डीइओ ने स्पष्टीकरण पूछा है। डीइओ ने बताया कि डीबीटी कोषांग के सह अपर सचिव शिक्षा विभाग के पटना के द्वारा 22 जनवरी तक कार्य पूर्ण करने का निर्देश दिया गया था। निर्देश के बावजूद विद्यालयों में एक भी छात्र का डीबीटी कार्य नहीं किया गया। इन विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों के द्वारा विभागीय आदेश की अवहेलना की गई है।
बताया कि इससे पहले आठ एवं 22 दिसंबर 2021 को डीबीटी का कार्य पूर्ण करने का निर्देश दिया गया था परंतु इस कार्य को नहीं किया गया। 22 जनवरी तक हर हाल में प्रधानाध्यापक डीबीटी का कार्य पूर्ण करना सुनिश्चित करें। अगर काम पूरा नहीं किया जाता है तो सारी जवाबदेही प्रधानाध्यापक की होगी। डीइओ ने प्रधानाध्यापक से 24 घंटे के अंदर स्पष्टीकरण पूछा है कि कई बार निर्देश के बावजूद समय से डीबीटी का कार्य पूर्ण क्यों नहीं किया गया। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने तक सभी का वेतन बंद रहेगा।
इन विद्यालयों के प्रधानाध्यापक पर हुई कार्रवाई
डीइओ ने बताया कि सदर प्रखंड के नवसृजित प्राथमिक विद्यालय ममका टोले पासी बिगहा, रामभान बिगहा, कृपा बिगहा, परसडीह, सिंघा बिगहा, प्राथमिक विद्यालय नंबर-1, उत्क्रमित मध्य विद्यालय खैरा सरीम, बारुण प्रखंड के मध्य विद्यालय बेलवां, धनौती धर्मपुरा, झुमरडीहरा, तेंदुआ बिंदुलिया, नवसृजित प्राथमिक विद्यालय सदुरी, चंदौली, दीघी समेत 50, दाउदनगर के मध्य विद्यालय नोनार, देवकली, लाला अमौना, पूर्णा बिगहा, सिंदुआर समेत 30 विद्यालयों के प्रधानाध्यापक पर कार्रवाई की गई है। देव प्रखंड के नवसृजित प्राथमिक विद्यालय बसरी, चैनपुर, इगुनियाताड़, प्रीतम बिगहा समेत 21, गोह के मध्य विद्यालय अलहन परासी, बैजलपुर, दधपि, घोंटा, हरिगांव समेत 23, हसपुरा के मध्य विद्यालय जैतपुर, सलेमपुर उर्दू, तिलौती, नवसृजित प्राथमिक विद्यालय बंधु बिगहा, बेला बिगहा, हबसपुर टीका, हरदयाल बिगहा समेत 23, कुटुंबा के मध्य विद्यालय परसा, नवसृजित प्राथमिक विद्यालय बहेरा बिगहा जनकपुर टोल, भटौंधा, सोनवर्षा, प्राथमिक विद्यालय बेदौली, इरियप, तमसी समेत 14 एवं मदनपुर प्रखंड के नवसृजित प्राथमिक विद्यालय बहेरी खाप, एरकी खुर्द, महुअरी, मालागर्डी, नवादा, पलकिया समेत 24 विद्यालयों के प्रधानाध्यापक का वेतन बंद किया गया है।
नवीनगर प्रखंड के मध्य विद्यालय राजपुर, चंद्रगढ़, धोबडीहा, दौरी समेत 53, ओबरा के मध्य विद्यालय नारायणपुर, महसी, डिहरा, कलेन, कठवरी, प्राथमिक विद्यालय प्रेम बिगहा, मरवतपुर, मखरा समेत 58, रफीगंज प्रखंड के कन्या उच्च विद्यालय जाखिम, मध्य विद्यालय ढोसिला कला, कर्मा मसूद, केशोपुर, अरथुआ हिंदी, खैरा फिरोज, नवसृजित प्राथमिक विद्यालय पाठक बिगहा, कमलचक समेत 15 विद्यालय के प्रधानाध्यापक का वेतन हुआ है। छात्रों का डीबीटी कार्य न करना प्रधानाध्यापक की लापरवाही को दर्शाता है। शिक्षण व्यवस्था में किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। छात्र-छात्राओं को बेहतर शिक्षा के साथ सरकार द्वारा दी जाने वाली लाभ मिले इसके लिए कार्य चल रहा है। जो प्रधानाध्यापक कार्य में लापरवाही बरतेंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।