कौन है ये बिन ब्याही मां; एक साल पहले गया में मिली थी बदहवास, पटना के आश्रयगृह में दिया बच्चे को जन्म
कौन है ये बिन ब्याही मां कौन हैं इसके घरवाले किसने इसे किशोरावस्था में कर दिया गर्भवती ऐसे कई सवालों के जवाब ढूंढ रही गया जिले की पुलिस को एक साल बाद भी जवाब नहीं मिला है। लावारिस हालत में मिली ये युवती अभी पटना के शेल्टर होम में है।
संवाद सूत्र, कोंच (गया)। कौन है ये बिन ब्याही मां, कौन हैं इसके घरवाले, किसने इसे किशोरावस्था में कर दिया गर्भवती, ऐसे कई सवालों के जवाब ढूंढ रही गया जिले की पुलिस को एक साल बाद भी जवाब नहीं मिला है। पुलिस ने कोरम पूरा करते हुए लावारिस हालत में मिली इस युवती को शेल्टर होम में भेज दिया था, लेकिन जब उसने बच्चे को जन्म दिया तो अधिकारियों की मुसीबतें बढ़ गईं। अब पुलिस के साथ कल्याण विभाग के पदाधिकारी भी सक्रिय हो गए हैं, क्योंकि उनके पास बच्चे को पालने की उचित व्यवस्था नहीं है। अभी वह पटना के राजीव नगर स्थित एक आश्रयगृह में रह रही है।
एक नजर में मामले को समझें
एक जनवरी 2020 को गया जिले के कोच थानांतर्गत शाहगंज गांव में लावारिस हालत में 18-19 वर्ष की एक युवती गांव वालों को मिली थी। देखने से वह मानसिक रूप से अस्वस्थ लग रही थी। गांव के मुखिया संजय राम ने उसे कोच थाना पुलिस को सौंप दिया था। तत्कालीन थानाध्यक्ष अभिषेक कुमार सिंह ने उसे गया के अल्पवास गृह में भेज दिया। वहां कुछ समय रहने के बाद मालूम हुआ कि लड़की गर्भवती है। तब उसे पटना के केशरीनगर राजीवनगर स्थित आश्रयगृह में भेज दिया गया था, जहां पिछले साल 20 जून को उसने एक बच्चे को जन्म दिया।
फोटो के सहारे पहचान ढूंढ रही पुलिस
चूंकि युवती मानसिक तौर पर ठीक नहीं है, इसलिए वह न तो घर का पता बता पा रही और न ही अपने बारे में कुछ कह पाती। कोंच थाने की पुलिस ने उसकी तस्वीर को लगभग जिले के सभी थानों में भेज दिया, लेकिन एक साल बाद भी युवती का अता-पता नहीं चला। अब उसका बच्चा बड़ा हो रहा है। आश्रयगृह में उसके लालन-पालन की समुचित व्यवस्था नहीं है। ऐसे में आश्रयगृह प्रबंधन गया पुलिस पर युवती की पहचान कराने का दबाव बना रहा है। पुलिस को उसकी पहचान कराने के लिए कोई सुराग नहीं मिल रहा। एक तस्वीर के सहारे उसके अभिभावकों की खोज में पुलिस जुट गई है। अंदेशा है कि युवती की मानसिक स्थिति खराब होने का किसी ने नाजायज फायदा उठाया और गर्भवती कर छोड़ दिया।