लोक शिकायतों के निपटारे में गया दूसरे स्थान पर
पेज-3 फोटो-जेपीजी में (13 दिसंबर की फाइल फोटो-02) ------------ -लोक शिकायत निवारण कानून बनने के बाद तीन वर्षो में निष्पादित किए गए 31 हजार 848 मामले -समय पर मामलों का निष्पादन नहीं करने पर 17 अधिकारियों के खिलाफ आरोप पत्र गठित लगा जुर्माना ---------------------
नीरज कुमार, गया
लोक शिकायत निवारण कानून के तहत आई आम आदमी की शिकायतों का त्वरित निपटारा कर गया जिले ने राज्य में दूसरा स्थान हासिल किया है। यहां पिछले तीन वर्षो में 31 हजार 848 मामलों का निष्पादन किया गया है। जिलाधिकारी अभिषेक सिंह के निर्देशन में जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी नरेश झा ने दोनों पक्षों की सुनवाई के बाद मामले निपटाए हैं। इसके साथ समय पर शिकायतों का निष्पादन नहीं करने पर 17 पदाधिकारियों के खिलाफ आरोप पत्र गठित कर विभागीय कार्रवाई की अनुशंसा की गई है। ऐसे पदाधिकारियों पर 80 हजार 100 रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है। इस तरह जिले के लोगों को इस कानून का सर्वाधिक लाभ मिला है।
तीन वर्षो में गया दूसरे नंबर पर :
लोक शिकायत निवारण कानून की शुरुआत पांच जून 2016 को हुई थी। तब से नौ दिसंबर 2019 तक जिले में कुल 33,264 आवेदन प्राप्त हुए हैं, इसमें जिला लोक शिकायत निवारण कार्यालय में 8574 में से 8344, अनुमंडलीय लोक शिकायत निवारण सदर में 8618 में से 8195, टिकारी में 7660 में से 7358, नीमचक बथानी में 3674 में से 3464 और शेरघाटी में 4738 में से 4487 आवेदनों का निष्पादन किया गया। इन केंद्रों से अब तक 31,848 आवेदनों का निष्पादन किया गया है। जो 95.74 प्रतिशत बताया गया है।
इन पदाधिकारियों व कर्मियों पर हुई कार्रवाई
शिकायतों के निष्पादन में लापरवाह और सुनवाई से गायब रहने पर अलग-अलग लोक प्राधिकार ने पदाधिकारियों व कर्मियों पर आरोप पत्र गठित किया है। इसमें परैया के राजस्व कर्मचारी खुर्शीद रब्बानी, फतेहपुर की प्रभारी प्रधानाध्यापिका इंदूबाला सिन्हा, प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी फतेहपुर धनेश्वर कुमार सिंह, बोधगया के राजस्व कर्मचारी मो. अशरफ अली, बेलागंज के पंचायत सचिव मुद्रिंका सिंह, विकास मित्र पूनम कुमारी (नियोजन रद) किया गया है। इसी तरह गुरारू प्रखंड के सात पदाधिकारियों पर आरोप पत्र गठित किया गया है। इसमें विमला देवी, अखिलेश्वर प्रसाद अखिल, अरूण कुमार सिंह, अजय राज, संतोष कुमार सुमन (बीडीओ), मिथलेश कुमार राम शामिल हैं। वहीं टिकारी के पंचायत सचिव रामलखन प्रसाद, शिक्षक निशा कुमारी (नियोजन रद), वजीरगंज के सीओ नीरज कुमार सेठ व राजस्व कर्मचारी रामकुमार सिन्हा, गुरारू के सीओ रामप्रवेश राम आदि कार्रवाई हुई है। एक बड़ी कार्रवाई करते हुए बीडीओ टिकारी ने तत्कालीन बीडीओ, पंचायत सचिव ब्रह्मादेव राम, तत्कालीन कनीय अभियंता व प्रभारी लिपिक से तीन लाख 89 हजार 510 रुपये बिना भूमि स्वीकृत के व्यय हुआ था, इसमें दोषी मानते हुए चारों कर्मियों से राशि वसूली जाए।
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अनुशासनिक कार्रवाई की अनुशंसा
दिसंबर में भेजे गए प्रतिवेदन में प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी फतेहपुर, सीओ टिकारी, सीओ खिजरसराय, पंचायत सचिव टिकारी, विकास मित्र टिकारी, प्रभारी प्रधानाध्यापिका मतसो फतेहपुर (निलंबन), पंचायत सचिव टिकारी, कोंच, इंदिरा आवास सहायक टिकारी, सीओ गुरारू, राजस्व कर्मचारी गुरारू, बीईओ कोंच, पंचायत सचिव टिकारी, विकास मित्र अंचन नगर, प्रखंड कल्याण पदाधिकारी टिकारी (एक दिन की वेतन कटौती), तत्कालीन राजस्व कर्मचारी बोधगया, सीओ वजीरगंज, राजस्व कर्मचारी वजीरगंज, तत्कालीन बीडीओ व टिकारी, तत्कालीन पंचायत सचिव टिकारी कनीय अभियंता टिकारी, तत्कालीन लिपिक टिकारी व राजस्व कर्मचारी गुरारु आदि पर अनुशासनिक कार्रवाई की अनुशंसा हुई है। इन पदाधिकारियों पर लोक शिकायत पदाधिकारी व द्वितीय अपीलीय पदाधिकारी सह डीएम ने 80 हजार 100 रुपये जुर्माना लगाया है।
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बोले पदाधिकारी
प्रखंड से जिला स्तर पर लोक शिकायत निवारण में दायर होने वाले आवेदनों का निपटारा कराया गया। डीएम के निर्देश पर शिकायतों का निष्पादन किया गया है। समय पर निपटारा नहीं करने पर 17 पदाधिकारियों व कर्मियों पर कार्रवाई हुई है। नवंबर माह तक रैंकिंग में पूरे बिहार में गया का स्थान दूसरे स्थान पर रहा है।
-नरेश झा, जिला लोक शिकायत पदाधिकारी, गया।