Move to Jagran APP

चार मार्च को होगा औरंगाबाद में मुख्य व उप मुख्य पार्षद का चुनाव, राज्य निर्वाचन आयोग ने तय की तिथि

दाउदनगर नगर परिषद में मुख्य पार्षद और उप मुख्य पार्षद के रिक्त पदों के लिए चार मार्च को चुनाव होगा। राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव योगेंद्र राम ने डीएम को पत्र भेजकर उक्त तिथि को निर्वाचन कराने का निर्देश दिया है।

By Prashant KumarEdited By: Published: Fri, 26 Feb 2021 03:26 PM (IST)Updated: Fri, 26 Feb 2021 03:26 PM (IST)
चार मार्च को होगा औरंगाबाद में मुख्य व उप मुख्य पार्षद का चुनाव, राज्य निर्वाचन आयोग ने तय की तिथि
चार मार्च को होगा मुख्‍य व उप मुख्‍य पार्षद का चुनाव। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर।

संवाद सहयोगी, दाउदनगर (औरंगाबाद)। दाउदनगर नगर परिषद में मुख्य पार्षद और उप मुख्य पार्षद के रिक्त पदों के लिए चार मार्च को चुनाव होगा। राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव योगेंद्र राम ने डीएम को पत्र भेजकर उक्त तिथि को निर्वाचन कराने का निर्देश दिया है। जारी पत्र के अनुसार 24 फरवरी तक सभी सदस्यों को सूचना देनी थी। पत्र में कहा गया है कि चुनाव निर्धारित तिथि पर कर लें। निर्वाचन संबंधित संपूर्ण कार्यवाही की वीडियोग्राफी होगी, जिसकी प्रति राज्य निर्वाचन आयोग को उपलब्ध करा देना है। सूत्रों के अनुसार निर्वाचन की पूरी प्रक्रिया को कोविड-19 को लेकर जारी सरकार के दिशा-निर्देशों का अनुपालन करते हुए पूरी कराई जाएगी। चुनाव 4 मार्च को कराने की तिथि तय करते हुए 18 फरवरी को ही पत्र निर्गत किया गया था।

loksabha election banner

ईओ को तिथि तय होने की जानकारी नहीं

नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी जमाल अख्तर को तिथि तय होने की कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि 4 मार्च को चुनाव होना है यह उड़ती हुई खबर उन्हें भी मिली है। इस संबंध में उन्हें कोई पत्र प्राप्त नहीं है। मुख्य पार्षद मुख्य व उप मुख्य पार्षद का चुनाव कहां होगा, इस संबंध में भी नगर परिषद कार्यालय को कोई पत्र या दिशा निर्देश प्राप्त नहीं है। ईओ ने कहा कि परंपरागत रूप से अनुमंडल पदाधिकारी की देखरेख में अनुमंडल कार्यालय सभागार में चुनाव होते रहा है। इस बार भी ऐसा होने की संभावना है। इस मामले में स्पष्ट कुछ भी नहीं कहा जा सकता।

30 जनवरी को पदमुक्त हुए थे मुख्य और उप मुख्य पार्षद

चार मार्च को नए सिरे से मुख्य और उप मुख्य पार्षद का चुनाव होगा। यह नौबत इस कारण आई कि बीते 30 जनवरी को नगर परिषद कार्यालय के सभागार में हुई बैठक में अविश्वास प्रस्ताव स्वीकृत हुआ था। 7 पार्षदों के आग्रह पर बैठक बुलाई गई थी और सदन में अविश्वास प्रस्ताव पारित हुआ, जिस कारण मुख्य पार्षद और उप मुख्य पार्षद की कुर्सी चली गई। अविश्वास प्रस्ताव पर हुई बैठक में कुल 27 वार्ड पार्षदों में 19 ही उपस्थित हुए थे। इसमें मुख्य पार्षद को हटाए जाने के पक्ष में 17 मत और हटाए जाने के विपक्ष में एक मत मिला था, जबकि एक मत रद्द हुआ था। दूसरी तरफ उप मुख्य पार्षद को हटाए जाने के पक्ष में 14 मत और विरोध में चार मत मिला था जबकि एक मत रद्द हुआ था।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.