औरंगाबाद में वायरल बुखार से बेकाबू हो रहे हालात, 230 में 140 मरीज को निकला वायरल बुखार
कोरोना संक्रमण की रफ्तार अभी कम हुई थी कि वायरल बुखार ने पांव पसारना शुरू कर दिया है। वायरल बुखार से हालात बदतर होते जा रहे हैं। अस्पतालों में भीड़ बढऩे लगी है। सदर अस्पताल में पहुंचने वाले आधे से अधिक मरीज वायरल बुखार से पीडि़त हैं।
औरंगाबाद, जागरण संवाददाता। कोरोना संक्रमण की रफ्तार अभी कम हुई थी कि वायरल बुखार ने पांव पसारना शुरू कर दिया है। वायरल बुखार से हालात बदतर होते जा रहे हैं। अस्पतालों में भीड़ बढऩे लगी है। सदर अस्पताल में पहुंचने वाले आधे से अधिक मरीज वायरल बुखार से पीडि़त हैं। स्थिति यह है कि एक ही परिवार के छह से सात सदस्यों को बुखार है। घर में बुखार को लेकर कोहराम मचा है। अस्पताल में इतनी भीड़ है कि लोग कतार में लगने से घबरा रहे हैं।
मंगलवार को ओपीडी में डा. अर्चना कुमारी एवं डा. अरुण कुमार ने 230 मरीजों का इलाज किया जिसमें 140 से अधिक मरीज वायरल बुखार से पीडि़त थे। अधिकांश मरीज दर्द से कराह रहे थे। जिले में वायरल बुखार बेकाबू होते जा रहा है। हर घर के दो से तीन सदस्य इसकी चपेट में आ गए हैं। बता दें कि ज्यादातर बच्चे इसकी चपेट में आ रहे हैं। सरकारी अस्पताल एवं निजी क्लीनिक में आने वाले 70 से 80 फीसदी मरीज वायरल बुखार से पीडि़त हैं। बचाव के लिए चिकित्सक आमजनों को धूप में नहीं निकलने, खानपान में एहतियात बरतने, बाहर की चीजों का सेवन नहीं करने और शुद्ध पेय जल पीन की सलाह दे रहे हैं।
एक ही परिवार के छह को बुखार
वायरल बुखार इस तरह कहर ढा रहा है कि एक ही परिवार में सभी संक्रमित हो रहे हैं। सदर अस्पताल में इलाज कराने पहुंचे देव प्रखंड के गोदाम पर निवासी अर्जुन कुमार ने बताया कि एक सप्ताह से बुखार से परेशान हैं। दवा खाते हैं तो ठीक रहता है, दवा छोडऩे के बाद बुखार आता है। मेरे परिवार की पत्नी, बच्चा, माता एवं पिता समेत कुल सात लोग संक्रमित हो गए हैं। बता दें कि डा. अरुण ने सभी का इलाज किया। दवा दिलाया। ओपीडी में इलाज कराने पहुंचे देव के बालूगंज निवासी अजीत रिकियासन ने बताया कि मेरे परिवार के पांच लोग संक्रमित हैं। चार दिनों से बुखार से परेशान हैं। दो बच्चा एवं पत्नी को सर्दी, खांसी एवं बुखार है। बालूगंज में इलाज की सुविधा नहीं है जिस कारण 10 कोस दूर औरंगाबाद आए हैं। चिकित्सक डा. अरुण कुमार ने सभी का इलाज किया।