13 वर्षो में भी पूरा नहीं हुआ कल्याण विभाग का छात्रावास
पिछड़ी जाति कल्याण छात्रावास निर्माण योजना के तहत मगध विश्वविद्यालय परिसर में तीन मंजिला होस्टल बन रही है।
गया। पिछड़ी जाति कल्याण छात्रावास निर्माण योजना के तहत मगध विश्वविद्यालय परिसर में तीन मंजिला छात्रावास का निर्माण कार्य वर्ष 2006 में शुरू कराया गया, लेकिन 13 वर्षो के बाद भी पूरा नहीं हो सका।
तीनमंजिले भवन का ढांचा पूर्णतया तैयार है। लेकिन फर्श, शौचालय, बाहरी दीवार पर प्लास्टर, दरवाजा-खिड़की, रंग-रोगन, बिजली-पानी कनेक्शन का कार्य नहीं हो सका है। इस छात्रावास में स्नातक व स्नातकोत्तर की पढ़ाई करने वाले पिछड़ी जाति के छात्रों को कल्याण विभाग द्वारा कमरा आवंटित किया जाता। लगभग दस हजार वर्गफीट भूखंड पर तीन मंजिले भवन का ढांचा उद्धारक की बाट जोह रहा है। मविवि के अभियंता निरंजन कुमार बताते हैं कि कल्याण विभाग से विवि प्रशासन को छात्रावास निर्माण के लिए भूखंड उपलब्ध कराने का पत्र आया था। उस पत्र के आलोक में विवि ने विभाग को छात्रावास संख्या एक आर्यभट्ट छात्रावास के समीप भूखंड मुहैया कराया। कल्याण विभाग द्वारा निकाली गई निविदा के तहत संवेदक ने कार्य प्रारंभ किया था, लेकिन विभाग अब अधूरे भवन की सुध भी नहीं ले रहा। यह भवन किसी काम का नहीं रहा। वहीं, जिला कल्याण पदाधिकारी पवन कुमार मिश्र ने बताया कि मामला काफी पुराना है। निर्माण कार्य क्यों रोका गया, इसकी तहकीकात कराई जाएगी।