बदहाल है नपं का ठोस एवं तरल संसाधन प्रबंधन केंद्र
गया। नगर पंचायत द्वारा साफ-सफाई योजना के तहत दो ठोस एवं तरल संसाधन प्रबंधन केंद्र स्थापित किए गए
गया। नगर पंचायत द्वारा साफ-सफाई योजना के तहत दो ठोस एवं तरल संसाधन प्रबंधन केंद्र स्थापित किए गए हैं। एक राजापुर के समीप निरंजना नदी के तट पर और दूसरा मस्तीपुर में। मस्तीपुर केंद्र पर चार वार्डो से उठाए गए गीले व सूखे कचरे का प्रबंधन किया जाता है, जबकि शेष वार्डो का राजापुर के समीप के केंद्र में। लेकिन दोनों केंद्र समुचित देखरेख के अभाव में बदहाल स्थिति में हैं। दोनों केंद्रों पर उचित प्रबंधन नहीं होने के कारण पशुओं का जमावड़ा बना रहता है। मस्तीपुर केंद्र से सटे आंगनबाड़ी भी संचालित है। कचरे के ढेर के बीच ही आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चे खेलते हैं और उठ रही बदबू के बीच पोषाहार ग्रहण करते हैं। केंद्र पर कचरे का डब्बा बेतरतीब ढंग से रखा है। आंगनबाड़ी केंद्र की सेविका कहती हैं कि यहां प्रतिदिन कचरे का अंबार लगता है। प्रबंधन के नाम पर कुछ नहीं होता। आसपास के होटलों से भी कचरा लाकर फेंक दिया जाता है। इस संबंध में पूछे जाने पर नगर पंचायत के कनीय अभियंता सह सफाई प्रभारी कुंदन वर्मा ने बताया कि ठोस एवं तरल संसाधन प्रबंधन केंद्र पर दोनों तरह के कचरे को अलग किया जाता है। दो-तीन दिन से विभागीय कार्य से बाहर रहने के कारण कार्य प्रभावित हुआ है। सभी कचरे का उठाव कर नैली स्थित डंपिंग केंद्र भेज दिया जाएगा।