सासाराम में ग्रामीणों ने प्रोफेसर हत्याकांड के विरोध में किया सड़क जाम, मुआवजे की मांग
बांसा निवासी शर्मा 31 अक्टूबर से ही घर से लापता थे। वे घर से अपने दोस्तों साथ बाहर घूमने जाने की बात कह घर से निकले थे। देर शाम तक उनके घर नहीं लौटने पर परिजनों ने खोजबीन की। उनका कहीं अता पता नहीं चलने पर सूचना थाने को दी।
जागरण संवाददाता, सासाराम : रोहतास। मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बांसा में गुरुवार को दो दिन पूर्व प्रोफेसर पंकज विश्वकर्मा की हुई हत्या के विरोध में सड़क जाम कर प्रदर्शन किया गया। इस दौरान ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन से हत्यारों की जल्द गिरफ्तार कर मृतक के आश्रितों को मुआवजे की मांग की। ग्रामीणों का कहना था कि जिला प्रशासन हत्यारों की जल्द गिरफ़्तारी करे साथ ही परिजनों को 50 लाख रुपये मुआवजा दी जाए।
31 अक्टूबर से ही घर से लापता थे प्रोफेसर
स्वजनों ने बताया कि थाना क्षेत्र के बांसा निवासी शर्मा 31 अक्टूबर से ही घर से लापता थे। वे घर से अपने दोस्तों साथ बाहर घूमने जाने की बात कह घर से निकले थे। देर शाम तक उनके घर नहीं लौटने पर परिजनों ने खोजबीन शुरू की। काफी ढूंढने के बाद भी उनका कहीं अता पता नहीं चलने पर परिवार वालों ने इसकी सूचना मुफस्सिल थाने को दी।
नासरीगंज में नहर से शव बरामद :
इसी बीच मंगलवार सुबह नासरीगंज के पंडुरी गांव में नहर से शव बरामद होने की सूचना पर उनके परिवार वाले शव के पहचान के लिए पहुंचे। वहां पर बरामद शव पंकज विश्वकर्मा का ही था जिसे देख परिजनों में कोहराम मच गया। परिजनों ने उनकी हत्या कर शव को फेंके जाने का अंदेशा जताया है। स्वजनों का आरोप है कि पुलिस समय रहते यदि हरकत में आती तो शायद प्रोफेसर की जान बच सकती थी। परिजनों के अनुसार वे एक निजी कॉलेज में प्राध्यापक थे।