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सतबहिनी मंदिर के पास एनएच के दोनों ओर खड़े रहते हैं वाहन, हमेशा बनी रहती हादसे की आशंका

शादी विवाह समारोह के कारण सतबहिनी मंदिर के समीप भारी भीड़ औरंगाबाद जिले के अंबा स्थित प्रसिद्ध सतबहिनी मंदिर के पास एनएच पर दोनों ओर वाहनों की कतार लगी रहती है। इस वजह से एनएच पर आवागमन प्रभावित होता ही है। हादसे की आशंका भी बनी रहती है।

By Vyas ChandraEdited By: Published: Sat, 12 Dec 2020 10:16 AM (IST)Updated: Sat, 12 Dec 2020 10:16 AM (IST)
सतबहिनी मंदिर के पास एनएच के दोनों ओर खड़े रहते हैं वाहन, हमेशा बनी रहती हादसे की आशंका
सड़क पर लगी रहती है वाहनों की कतार। जागरण

जेएनएन, औरंगाबाद। अम्बा के प्रसिद्ध मां सतबहिनी मंदिर में हर दिन दर्शनार्थियों की भीड़ रहती है। शादी-विवाह  के दौरान तो यहां लोगों का तांता लगा रहता है। मंदिर के आसपास सड़क के दोनों ओर वाहनों को खड़ा कर दिया जाता है। इस कारण एक तो आवागमन में असुविधा होती है, दूसरी ओर हादसे की आशंका भी बनी रहती है। उल्लेखनीय है कि मंदिर के आसपास अनेकों विवाह मंडप बनाए गए हैं। यहां दूरदराज से शादियाें के लिए लोग पहुंचते हैं। विवाह मंडप की पार्किंग नहीं होने के कारण सभी की गाडि़यां सड़क पर ही खड़ी रहती हैं। 

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सड़क के दोनों ओर लगी रहती है गाडियां

स्थानीय लोगों का कहना है की एनएच 139 सड़क पर मां सतबहिनी मंदिर के नजदीक लगने वाले वाहनों के जमावड़े पर प्रशासन कार्रवाई करे वरना यहां कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। इतने सारे विवाह मंडप हैं लेकिन वहां वाहनों के पार्किंग की व्‍यवस्‍था नहीं है। एक ओर सड़क पर वाहनों की कतार लगी रहती तो गंदगी का अंबार भी आसपास लगा रहता है। प्रतिदिन होने वाली दर्जनों शादियां से आसपास के खेत व स्थान गंदगी से पट जाते हैं। समारोह में आने वाले लोग खुले मैदान होने के कारण वहीं पर शौच करते हैं। खाने के पत्‍तल, प्‍लेट, बचे हुए खाने समेत अन्‍य सामान भी फेंके जाते हैं। स्थानीय स्तर पर गंदगी से निपटने के लिए किसी प्रकार की व्यवस्था नहीं है। उल्लेखनीय है कि मंदिर के आसपास शौचालय की सुविधा नहीं  है। नतीजतन लोग खुले मैदान में जाते हैं।

इस जगह पर ध्‍यान दें अधिकारी

स्‍थानीय लोगों का कहना है कि अधिकारियों का ध्‍यान इस ओर नहीं है। इससे वे लोग आक्रोशित हैं। स्थानीय नागरिक विजय पांडेय, उदय पांडेय, दीपक गुप्ता, तपेश्वर पाल, कौशल पांडे, राम रतन साह आदि ने अनुमंडल पदाधिकारी एवं स्थानीय बीडीओ-सीओ से इस समस्‍या के निदान की मांग की है। 


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