थाली से सब्जी गायब, चार गुने हुए दाम
- फोटो 802 -बेमौसम बरसात से फसल हुई बर्बाद आधा किलो से अधिक की खरीदारी नहीं -एक पखवारे में आसपास के गांवों से सब्जियां बाजार में आने से मिलेगी राहत -ज्यादातर सब्जियां आ रहीं झारखंड से कुछ ही ग्रामीण क्षेत्रों से --------------- जागरण संवाददाता गया
गया । पिछले वर्ष नवंबर की अपेक्षा इस बार सब्जियों के दाम चार गुना अधिक हैं। इसका मुख्यकारण है आश्विन महीने में अत्यधिक बारिश और बाढ़। ऐसे में पर्याप्त मात्रा में मंडी में सब्जी नहीं आ रही है। इसके कारण सब्जी के दाम आसमान छू रहे हैं। सब्जी के अधिक दाम लोगों के बजट को बिगाड़ दिया है। आधा किलो से अधिक की सब्जी की खरीदारी नहीं कर रहे हैं।
केदारनाथ मार्केट में स्थित सब्जी विक्रेता बलभद्र प्रसाद ने कहा कि बारिश के कारण फसल बर्बाद हो गई। ज्यादातर सब्जियां झारखंड से आ रही हैं। कुछ सब्जियां ही ग्रामीण क्षेत्रों से आ रही है। पिछले वर्ष इस समय सभी सब्जिया आसपास के गांवों से बाजारों में आने लगती थीं। एक पखवारे तक दाम यही रहेगा। उसके बाद ग्रामीण क्षेत्र से पर्याप्त मात्रा में सब्जी आने लगेगी तब कुछ दाम में कमी आएगी।
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थाली से दूर हो गई सब्जी
बढ़ती कीमत के कारण आम लोगों की थाली से सब्जियां दूर हो गई। सब्जी की खरीदारी कर रहे गीता सिंह ने कहा कि बढ़ते दाम ने घर का बजट खराब कर रखा है। अधिक दाम रहने के कारण चाहकर भी पर्याप्त मात्रा में सब्जी की खरीदारी नहीं कर सकते। वहीं, चंदौती के आलोक कुमार ने कहा कि सब्जी के दाम आसमान छू रहे हैं। आम लोगों की थाली दूर हो गई है। नवंबर में पिछले वर्ष फूलगोभी दस रुपये और अन्य सब्जियां भी सस्ती थीं। लोगों को कोई परेशानी नहीं हो रही थी। इस बार महंगाई ने रसोई का बजट बिगाड़ दिया है।
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सब्जी - दाम
फूलगोभी - 40 रुपये प्रति पीस
कद्दू - 24 रुपये
बैगन - 40 रुपये
टमाटर - 40 रुपये
करेला - 60 रुपये
पालक - 20 रुपये
मूली - 30 रुपये
परवल - 80 रुपये
भिंडी - 40 रुपये
खीरा - 40 रुपये
अरदक - 120 रुपये
आलू नया - 32 रुपये
आलू पुराना - 20 रुपये
प्याज - 70 रुपये
बंदागोभी - 25 से 30 रुपये पीस
मटर - 60 से 80 रुपये
लाल साग - 30 रुपये
सिम - 50 रुपये
हरी मिर्च - 40 रुपये
धनिया पत्ता - 40 रुपये
शिमला मिर्च - 50 रुपये
कटहल - 120 रुपये
गाजर - 80 रुपये
ओल - 60 रुपये
(प्रति किलो)