गया में टीकाकरण का महाअभियान कल, तीन लाख लोगों को वैक्सीन की डोज लगाने का लक्ष्य निर्धारित
जिले के सभी प्रखंडों को अलग-अलग साढ़े 12 हजार टीका लगाने का दिया गया लक्ष्य टीकाकरण महाअभियान को सफल बनाने के लिए हर प्रखंड में घुमेंगे तीन-तीन वाहन बोले जिलाधिकारी बेहतर प्रदर्शन करने वाले टीकाकर्मी 3 अक्टूबर को होंगे सम्मानित।
जागरण संवाददाता, गया। 17 सिंतबर को कोविड-19 टीकाकरण को लेकर एक और विशेष महाअभियान चलाया जाएगा। जिले भर में इस अभियान के तहत तीन लाख लोगों को कोरोनारोधी टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है। जिलाधिकारी ने बताया कि अबतक 15 लाख लोगों को कोरोना का टीका दिया जा चुका है। 14 लाख लोगों को और टीका दिया जाना है। 17 सिंतबर को शत प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने के उद्देश्य से सभी प्रखण्डों को 12,500 टीका लगाने का लक्ष्य दिया गया है। प्रत्येक प्रखंड में 42 टीम कार्यरत रहेगी। 125 वेरिफायर प्रत्येक प्रखंड में रहेंगे। हरेक प्रखंड में तीन-तीन वाहन रखने की सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
जिलाधिकारी ने बताया कि जिला स्तर व प्रखंड स्तर पर एक नियंत्रण कक्ष संचालित किया गया है। सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी व प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि वे माइकिंग एवं अन्य प्रचार माध्यमों से इस टीकाकरण महाअभियान का व्यापक प्रचार प्रसार कराएं। सिविल सर्जन व डीपीएम को निर्देश दिया गया कि टीकाकरण महाअभियान की सफलता के लिए हर स्तर की तैयारी समय रहते कर लें।
703 जगहों पर टीका लगाने की रहेगी व्यवस्था
बुधवार को हुई वीडियो कांफ्रेंसिंग में जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि बीते 31 अगस्त की तरह ही इस टीकाकरण महाअभियान को चलाया जाए। इस टीकाकरण महाअभियान के लिए जिले में 703 टीकाकरण सत्र स्थल बनाए गए हैं। द्वितीय डोज लेने वालों के लिए विशेष व्यवस्था होगी। जिसमें लोग आसानी से अपना टीका ले सकेंगे। इस टीकाकरण महाअभियान में शिक्षक, जीविका दीदी, सेविका, सहायिका सहित प्रखंड स्तरीय एवं पंचायत स्तरीय कर्मियों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
गया जिले में 3 अक्टूबर को जिला स्थापना दिवस के अवसर पर टीका कर्मी, सभी टीकाकरण टीम को सम्मानित किया जाएगा। वीडियो कांफ्रेंसिंग में उप विकास आयुक्त, अपर समाहत्र्ता, निदेशक डीआरडीए, सिविल सर्जन, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी, विशेष कार्य पदाधिकारी, जिला जन सम्पर्क पदाधिकारी, वरीय उप समाहर्ता सहित डब्लूएचओ, केयर के प्रतिनिधि उपस्थित थे।