Move to Jagran APP

Focus on Health: खाने में अधिक नमक का इस्‍तेमाल खतरनाक, जान लीजिए कितना नमक हो खाने में

WHO ने कोरोना काल में संक्रमण से बचाव के लिए सही खानपान को जरूरी बताया है। इस क्रम में फास्ट फूड से बचने की अपील की है। गर्भवती महिलाएं व बच्चों को संतुलित मात्रा में नमक के इस्‍तेमाल की सलाह दी गई है।

By Vyas ChandraEdited By: Published: Sun, 13 Dec 2020 09:26 AM (IST)Updated: Sun, 13 Dec 2020 09:26 AM (IST)
Focus on Health: खाने में अधिक नमक का इस्‍तेमाल खतरनाक, जान लीजिए कितना नमक हो खाने में
संक्रमण से बचने के लिए रखें खानपान का ध्‍यान। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

जासं, भभुआ (कैमूर)। कोरोना संकटकाल में संक्रमण से बचाव के लिए मास्क के नियमित उपयोग व साबुन- पानी से हाथ धोने संबंधी एहतियातों के प्रति स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगातार लोगों को जागरूक कर रहा है। रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत बनाने को लेकर सही खानपान के संबंध में आयुष मंत्रालय ने पोस्टर व एडवाइजरी जारी किया है। रोगों से बचाव के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) मजबूत रखना जरूरी है। नमक के संतुलित इस्तेमाल के प्रति भ्‍ाी सतर्क किया गया है। 

loksabha election banner

खाने में संतुलित रखें नमक की मात्रा 

विश्‍व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) का कहना है कि सही खान-पान से प्रतिरोधक क्षमता मजबूत बनता है। कुछ ऐसी भी चीजें हैं जिससे रोग प्रतिरोधक क्षमता को नुकसान पहुंचता है। यदि भोजन में आवश्यकता से अधिक नमक लेते हैं तो यह आपके रोग प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर बना सकता है। औसतन हर व्यक्ति रोजाना 9 से 12 ग्राम नमक का सेवन करता है। यह निर्धारित मानक से बहुत अधिक है। WHO ने कहा है कि प्रतिदिन 5 ग्राम नमक का सेवन ही किया जाना चाहिए। अधिक नमक का सेवन इम्यून सिस्टम को कमजोर बनाता है। 

अलग से नमक लेना और ज्‍यादा नुकसानदेह

आजकल फास्ट फूड का चलन बढ़ा है। इनमें नमक बहुत अधिक मात्रा में रहता है।  ऐसे खाने से बचना बेहद जरूरी है। विशेषकर गर्भवती महिलाओं व बच्चों को ऐसे भोजन का सेवन नहीं कराया जाना चाहिए। गर्भवती महिलाएं ऐसी चीजों से परहेज करें। उच्च रक्तचाप के साथ सोडियम की अधिक मात्रा उनके रोग प्रतिरोधक क्षमता को बहुत अधिक नुकसान पहुंचाते हैं। लोगों में अक्सर ऐसा देखा जाता है वे खाने में उपर से  भी नमक लेते हैं। अलग से नमक लेना और भी अधिक खतरनाक है। नमक का अधिक सेवन एक सामान्य व्यक्ति को भी बीमार कर देता है। ऐसे में उनमें उच्च रक्तचाप के साथ दिल का दौरा पड़ने के मामले भी बढ़ जाते हैं। 

फलों व सब्जियों (Fruits and Vegetables) का करें सेवन

WHO ने कहा है कि लोगों को भोजन में फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ शामिल करना चाहिए। मौसमी फलों व सब्जियों का अधिकाधिक इस्तेमाल करें। इनमें मौजूद पौटेशियम उच्च रक्तचाप को संतुलित करने में मदद करते हैं। फलों में मौजूद विभिन्न तरह के विटामिन रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाए रखने में मददगार होते हैं। कोरोना काल में खानपान को बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.