Ukraine Russia War: बंकर में गुजर रही सासाराम के अभिषेक की जिंदगी, कहा- बड़ी मुश्किल से हो रहा खाने का जुगाड़
Ukraine Russia War सासाराम के रहने वाला अभिषेक तीन दिनों से बंकर में छिप कर अपनी जिंदगी गुजार रहा है। अभिषेक ने बताया का हालात बिगड़ते जा रहे हैं और बड़ी मुश्किल से खाने का भी जुगाड़ हो रहा है।

सुरेंद्र तिवारी, करगहर (रोहतास)। जहां पर हर पल सर पर खतरा मंडरा रहा हो वहां एक पल भी गुजारना कितना कठिन होगा आप अंदाजा लगा सकते हैं। पिछले तीन दिनों से यूक्रेन के खारकीव में बंकर में दिन गुजार रहे करगहर के छात्र अभिषेक कुमार कहते - कहते भावुक हो जा रहे हैं। रविवार को दैनिक जागरण से फोन पर हुई बातचीत में अभिषेक ने बताया कि हालात ठीक नहीं है। जिस हिस्से में वे लोग शरण लिए हैं वो पूर्वी यूक्रेन का हिस्सा है। वहीं पर वे खारकीव नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस अंतिम वर्ष के छात्र हैं। वहां पर लगातार रूसी सेना हमला कर रही है। कदम कदम पर खतरा मंडरा रहा है। जिन जगहों पर से छात्रों को रेस्क्यू कर रहा है वो यूक्रेन का पश्चिमी हिस्सा हंगरी और पोलैंड से सटा इलाका है। बंकर से उस जगह तक पहुंच पाना खतरों से खाली नहीं है।
बंकर के ऊपर भी रूसी लड़ाकू विमान लगातार मंडरा रहे हैं। फोन पर हो रहे पांच मिनट के बातचीत दौरान भी तीन बार धमाके की आवाज सुनाई दी। जबतक बमबारी बंद नहीं होती वहां तक पहुंच पाना जान पर खेलने के जैसा है। बताया कि खारकीव में फंसे लोगों के लिए सरकार से पहल की दरकार है।
मुश्किल से हो पा रहा खाने पीने का जुगाड़
अभिषेक ने बताया कि खाने पीने का भी मुश्किल से जुगाड़ हो पा रहा है। खाने के लिए स्थानीय स्तर की संस्था बॉक्टर्ड ऑर्गनाइजेशन उन्हें समय समय पर खाने पीने की व्यवस्था करा रही है। उनके साथ उस बंकर में बिहार, उत्तर प्रदेश, पंजाब व हरियाणा के 20 छात्र शरण लिए हुए हैं।सकुशल घर वापसी के लिए हेल्पलाइन को किया ईमेल :बंकर में रह रहे सभी भारतीय छात्रों ने विदेश मंत्रालय को ईमेल भेजकर सुरक्षित निकालने की गुहार लगाई है। अभिषेक ने बिहार भवन दिल्ली को भी ईमेल किया है, लेकिन अभी तक उन्हें कोई जवाब नहीं मिला है।
मोबाइल और इंटरनेट सेवा भी हो रही बाधित
बताया कि बमबारी व अन्य वजहों से लगातार मोबाइल सेवा भी बाधित हो जा रही है। अधिकांश समय तक इंटरनेट काम करना ही बंद कर दे रहा है। पिछले तीन दिनों से सभी बंकर में शरण लिए हुए हैं। इस दौरान बड़ी मुश्किल से ही परिवार व अन्य लोगों से बात हो पा रही है।
घरवालों की बढ़ रही चिंता
अभिषेक के पिता उमाशंकर शर्मा व माता रीता देवी समाचार पत्रों और टीवी पर वहां हालात देखकर काफी घबराए हुए हैं। उनकी मां ने बताया कि लगातार वहां के हालत बिगड़ते देख मन बहुत घबरा रहा है। उम्मीद है कि सरकार की पहल पर उनका बेटा जल्द सकुशल अपने घर लौट आएगा।
Edited By Rahul Kumar