ऐसे तो नहीं रूठते कि मनाने का मौका ही न मिले, नवादा की इस घटना को जानकर आप भी यही कहेंगे
नवादा के वारिसलीगंज थाना क्षेत्र की एक महिला ससुराल में हुए विवाद के बाद रूठकर बच्चों के साथ मायके जा रही थी। इसी दौरान शनिवार रात बालू लदे ट्रक ने उसे कुचल दिया। इससे महिला व उसके एक बच्चे की मौत हो गई।
वारिसलीगंज(नवादा), संवाद सूत्र। ऐसे तो नहीं रूठना चाहिए कि मनाने का मौका ही नहीं मिले। लेकिन यह महिला ऐसे गई कि किसी को मनाने का मौका ही नहीं मिल पाया। दरअसल ससुराल से रूठकर अपने दो बच्चों संग शनिवार रात मायके जा रही 25 वर्षीय एक महिला अपने दो बच्चे संग ट्रक की चपेट में आ गई। घटनास्थल पर ही महिला व दो वर्षीय बच्चे की मौत हो गई। जबकि उसकी छह वर्षीय बच्ची भी गंभीर रूप से घायल हो गई। इस घटना से सनसनी फैल गई।
दो बच्चो को संग लेकर चल पड़ी थी मायके
जानकारी के अनुसार शुक्रवार रात करीब आठ बजे वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के गंभीरपुर ग्रमीण विकास राम की 25 वर्षीय पत्नी काजल देवी को ससुराल में विवाद हो गया। वह इतनी नाराज हो गई कि अपने दो बच्चों छह बर्षीय पुत्री एवं दो वर्ष के पुत्र सुधांशु को साथ को लेकर मायके के लिए चल पड़ी। शेखोपुरसराय थाना क्षेत्र के मीर बीघा गांव में उसका मायका था। वह बरडीहा-बरबीघा एसएच 83 पर पैदल ही जा रही थी। रास्ते में बल्लोपुर धनबीघा गांव के बीच बालू लदे एक ट्रक ने उन्हें कुचल दिया। टक्कर इतनी तेज थी कि मां-बेटे की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। ट्रक के झटके से बच्ची काफी दूर फेंका गई।
घटना की खबर मिलते ही मचा कोहराम
इसकी सूचना पुलिस को दी गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों शव को पोस्टमार्टम के लिए जबकि बच्ची को इलाज के लिए अस्पताल भेज दिया। पहचान होने के बाद सवजन को सूचना दी गई। इधर घटना की खबर मिलते ही परिवार के लोग सन्न रह गए। किसी को ऐसी उम्मीद नहीं थी। गांव के लेागों का कहना था कि काजल इस बार रूठकर ऐसे गई कि अब कभी वापस नहीं आएगी। मायके साथ ससुराल के लोग भी घटना से सदमे में हैं। पोस्टमार्टम के बाद शनिवार को शव परिवारवालों के हवाले कर दिया गया।