रोहतास जिले के लिए नियति बन गई है सड़क जाम, हर दिन हलकान होते रहते हैं राहगीर
रोहतास शहर में जाम की समस्या गंभीर हो गई है। फुटपाथों पर दुकानदारों का कब्जा और बेतरतीब वाहन पार्किंग के कारण आए दिन जाम लगता रहता है। जिला मुख्यालय में यातायात व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई रहती है।
जेएनएन, रोहतास। फुटपाथों पर कब्जा व सड़कों पर वाहनों की भरमार से जिला मुख्यालय में यातायात व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। अव्यस्थित ट्रैफिक सिस्टम के कारण इस शहर में आए दिन जाम लगना मानों हर दिन की नियति सी बन गई है। शहरवासियों को नई सरकार व अपने नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधि से इस समस्या से स्थायी निजात दिलाने की उम्मीद लगा बैठे हैं।
छुट्टी के दिन भी लोगों को नहीं जाम से निजात : रविवार को सरकारी छुट्टी होने के बावजूद शहर की हृदय स्थली माने जाने वाले स्थानीय पोस्ट ऑफिस चौक पर जाम में फंसे लोग नाकाम सिस्टम को लेकर प्रशासन के कार्य कलाप को कोसते रहे। आज भी शहर के लोग पूर्व के डीएम व डीडीसी के कार्यों को याद करते हैं। चुनाव खत्म होने के बाद रोड पर बढ़े यातायात दबाव के आगे पोस्ट ऑफिस चौक पर तैनात ट्रैफिक पुलिस भी बेबस स्थिति में नजर आई। जाम में फंसे लोगों का आलम यह रहा कि गंतव्य पर पहुंचने में उन्हें घंटे भी कम पड़ गए। बाइक सवार से लेकर पैदल राहगीर पतली गली में अपनी राह तलाशते हुए नजर आए।
मिनटों की दूरी घंटों में होती है तय : जाम की समस्या से परेशान लोग जिम्मेदार महकमा के अधिकारियों को कोसने की सिवाय और कुछ नहीं कर पाते हैं।मिनटों की दूरी तय करने के लिए उन्हें जाम में घंटे भर तक इंतजार करना पड़ता है। जाम में फंसे तकिया मोहल्ला निवासी प्रमोद गोड़ कहते हैं कि अब तो शहर की स्थिति पूरी तरह से बदतर हो गई है यातायात व्यवस्था शीघ्र पटरी पर लाने के प्रशासनिक दावे खोखले नजर आ रहे हैं। सड़क के फुटपाथ पर लगी दुकानें जाम की समस्या का कारण बनती जा रही है। आखिर यह सब तो प्रशासन की नाक के नीचे हो रहा है। जब यह स्थिति छुट्टी के दिन है तो अन्य दिन का हाल क्या होगा। अतिक्रमण हटाने को ले प्रशासन उदासीन : बाजार में मुख्य सड़क पर लगे अतिक्रमण हटाने के प्रति प्रशासन उदासीन बना हुआ है। जाम लगने के कारण बेदा नहर से ले प्रकाश पेट्रोल पंप तक आए दिन अक्सर दुर्घटनाएं होती रहती है। इसका मुख्य कारण सड़क के दोनों तरफ का अतिक्रमण है। अतिक्रमण के कारण लोगों का पैदल चलना मुश्किल हो गया है। यहां अतिक्रमण हटाने के नाम अब तक कोरम पूरा किया जाता रहा है।