Gaya News: नये वर्ष में टिकारी नगर पंचायत को मिल सकता है नगर परिषद का दर्जा
Gaya News टिकारी गया जिले का महत्वपूर्ण शहर और एक अनुमंडल मुख्यालय भी है। इस शहर को फिलहाल नगर पंचायत का दर्जा हासिल है लेकिन जल्द ही इसके नगर परिषद में उत्क्रमित किया जा सकता है। इसके लिए प्रस्ताव नगर विकास विभाग को भेजा जा चुका है।
गया/टिकारी, जागरण टीम। Gaya News: नए वर्ष में टिकारी नगर पंचायत (Tikari Nagar Panchayat) को नगर परिषद् (Nagar Parishad) का दर्जा मिल सकता है। परिषद में उत्क्रमित करने के लिए परिसीमन के साथ विस्तृत रिपोर्ट सरकार को भेजी जा चुकी है। पंचायत चुनाव (Bihar Panchayat Chunav) की अधिसूचना से पहले नगर परिषद के रूप में टिकारी को नये वर्ष में नई सौगात मिल सकती है। नगर विकास विभाग (Town Development Department) के निर्देश पर जिला पदाधिकारी द्वारा एसडीओ के नेतृत्व में गठित टीम ने अपनी विस्तृत रिपोर्ट अप्रैल-मई में दे दी थी।
नगर पंचायत क्षेत्र का होगा विस्तार
नये परिसीमन में नगर पंचायत का क्षेत्र और बड़ा होगा एवं दर्जा प्राप्त होने पर टिकारी नगर परिषद् के नाम से जाना जाएगा। नगर परिषद के लिए टिकारी नगर पंचायत के आसपास के 12 गांवों को शामिल किया गया है। इसी के साथ टिकारी का क्षेत्रफल बढ़कर कुल 17.79 वर्ग किलोमीटर हो जाएगा। जबकि 2011 के जनगणना के अनुसार कुल जनसंख्या 21 हजार से बढ़कर 43 हजार 214 हो जाएगी। मालूम हो कि नगर परिषद् में उत्क्रमित करने के लिए बिहार नगरपालिका अधिनियम के तहत न्यूनतम जनसंख्या 40 हजार होनी चाहिए एवं क्षेत्र की 50 प्रतिशत आबादी गैर कृषि की होनी चाहिए। प्रपत्र के अनुसार नगर परिषद् में प्रतिवर्ग किलोमीटर जनसँख्या का घनत्व 2 हजार 429 होगा। नगर परिषद् में विकास के लिए प्रारंभिक खर्च के तौर पर 1 करोड़ 40 लाख की राशि खर्च होने का अनुमान लगाया गया है। इसमें नागरिक सुविधा पर 60 लाख, सफाई व्यवस्था पर 20 लाख, सफाई कर्मी के वेतन पर 20 लाख एवं आपदा पर 10 लाख रुपये खर्च होने का अनुमान लगाया गया है।
नगर परिषद के लिए इन गांवों को किया गया है शामिल
बेल्हडिया, वैध बिगहा, सलेमपुर, सियानान्दपुर, शेरपुरा, जगदीशपुर, जयनंदन बिगहा, जलालपुर, मखपा, निसुरपुर, चिरैली एवं जोलाहबिगहा
इस प्रकार होगी नगर परिषद् की चौहद्दी
उत्तर- इस्माईलपुर, जगदर एवं गोपालपुर, दक्षिण- शिवनगर, पूरब- मोरहर नदी, पश्चिम- खैरा
क्या कहते हैं कार्यपालक पदाधिकारी
नपं के कार्यपालक पदाधिकारी दिनेश कुमार सिन्हा ने बताया कि जिला पदाधिकारी के आदेश पर कई माह पूर्व रिपोर्ट भेजी जा चुकी है। जिला पदाधिकारी की अनुशंसा के उपरांत नगर विकास विभाग को भी भेजा जा चुका है।