कैमूर की सड़कों पर टीका एक्सप्रेस, 45 वर्ष से अधिक आयु के लोग रहे निश्चिंत, लगेगा कोरोना का वैक्सीन
कैमूर टीकाकरण अभियान के लक्ष्य को जल्दी पूरा कर संक्रमण से सुरक्षा के लिए राज्य सरकार ने सभी जिलों के शहरी इलाकों में भी टीका एक्सप्रेस संचालन करने का निर्णय लिया है। शहरी टीका एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया जाएगा।
जागरण संवाददाता, भभुआ। कैमूर टीकाकरण अभियान के लक्ष्य को जल्दी पूरा कर संक्रमण से सुरक्षा के लिए राज्य सरकार ने सभी जिलों के शहरी इलाकों में भी टीका एक्सप्रेस संचालन करने का निर्णय लिया है। इसी क्रम में कैमूर जिले में भी शनिवार को शहरी टीका एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया जाएगा। इस बात की पुष्टि जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ऋषिकेश जयसवाल ने की है।
जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ने बताया की 45 साल से अधिक उम्र के लोगों को अधिक से अधिक संख्या में टीकाकृत किये जाने के उद्देश्य से संचालित किए जाने वाले इस टीका एक्सप्रेस का उदघाटन जिलाधिकारी नवदीप शुक्ला के हाथों शनिवार को किया जाएगा। कोविड-19 संक्रमण से सुरक्षित रहने के लिए सम्पूर्ण टीकाकरण सबसे बड़ा सुरक्षा कवच है, इसलिए नगर निगम के अंतर्गत पड़ने वाले 45 वर्ष से ऊपर के सभी लाभुकों को इसका लाभ पहुंचाने के लिए टीका एक्सप्रेस वाहन की शुरुआत की गई है।
टीका एक्सप्रेस शहरी क्षेत्रों में अधिकतम लोगों तक पहुंच पाये इसके लिए माइक्रोप्लान तैयार कर लाभार्थियों के मुहल्ले या वार्ड के समीप ही टीकारकण की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी, ताकि टीकारकरण में शत प्रतिशत लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके। अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी मीना कुमारी बताती हैं कि ज़िले के विभिन्न टीकाकरण केंद्रों पर कोविड-19 वैक्सीन लगातार जारी है।
कल से चलाये जाने वाले शहरी टीका एक्सप्रेस के सफल परिचालन के लिए तथा टीकाकरण सत्र स्थलों पर लाभार्थियों की अधिकाधिक संख्या को लेकर नगर निगम, नगर परिषद, समेकित बाल विकास योजना से जुड़े कार्यकर्ता, सामुदायिक कार्यकर्ता, धार्मिक संस्थान एवं अन्य हितधारकों का सहयोग लिया जा सकता है। नगर निगम या नगर परिषद द्वारा संचालित कूड़ा उठाव वाहन एवं अन्य माध्यमों से एक दिन पूर्व सत्र स्थलों पर टीकाकरण की जानकारी के लिए माइकिंग सुनिश्चित की जाएगी।
टीकाकरण सत्र स्थलों पर सुरक्षा कवच जैसे- मास्क, सैनिटाइजर, ग्लब्स की उपलब्धता अनिवार्य रूप से कराई जाएगी। प्रत्येक टीका एक्सप्रेस का अपेक्षित लक्ष्य प्रतिदिन न्यूनतम 200 लाभार्थी रखा गया है, ताकि टीका करण लक्ष्य को पाना आसन हो सके। डॉ. मीना ने बताया टीकाकरण ज़ोर शोर से चल रहा है, लेकिन अभी भी हमें लक्ष्य की प्राप्ति के लिए ज्यादा से ज्यादा लोगों का टीका करण सुनिशित करवाना है।
दूसरी डोज़ लेने वालों के आंकड़ों में भी ज्यादा वृद्धि नहीं देखी जा रही है। शहरी क्षेत्रों में तो यह अंतर ज्यादा नहीं दिखता लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी इसको लेकर जागरूकता में कमी देखी जा सकती है। कई जगह कोरोना के टीके से संबंधित अफवाह भी फैले हुये हैं, जिनसे कम पढे लिखे ग्रामीण लोग टीका लगवाने से अभी भी हिचक रहे हैं। लेकिन, कोरोना संक्रामण से सुरक्षित रहने के लिए टीका सर्वश्रेष्ठ उपाय है। ये टीके कई वैज्ञानिक शोध और सफल परीक्षण के बाद ही प्रयोग में लाये जाते हैं, इसलिए घबराने कि कोई आवश्यकता नहीं, न ही इसको लेकर फैले अफवाहों में कोई सच्चाई। आगे बढ़कर स्वयं को टीकाकृत करें और दूसरों को भी प्रेरित करें।