तीन वर्ष पूर्व सीएम नीतीश ने यहां रखी थी विकास की नींव, आज फिर रेहल में सजेगी हुक्कमरानों की दरबार
अप्रैल 2018 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दलबल के साथ बिहार के इस सुदूर इलाके में रेहल गांव पहुंचे थे। आज 28 विभागों से जुड़ी योजनाओं व कार्यक्रमों के साथ अधिकारी जुटेंगे। जिले में प्रखंड विकास सह लोक शिकायत निवारण शिविर का होगा आगाज।
सासाराम : रोहतास, जागरण संवाददाता। जिले में प्रखंड विकास सह लोक शिकायत निवारण शिविर का आगाज गुरुवार को कैमूर पहाड़ी पर बसे नौहट्टा रेहल गांव से होगा। जिसमें अधिकारी सिर्फ लोगों के आवेदन ही प्राप्त नहीं करेंगे बल्कि उसका आन द स्पाट निष्पादन भी करेंगे। प्रखंड स्तर पर आयोजित होने वाले इस शिविर में 28 विभागों से जुड़े अधिकारी जुटेंगे। जिले में इस तरह के शिविर की शुरूआत पहली बार की जा रही है, जिसमें ढ़ाई दर्जन विभाग के अधिकारी एक मुश्त उपस्थित रहेंगे। लोगों को न तो फरियाद सुनाने के लिए दफ्तर तक जाने की जरूरत पड़ेगी न त्वरित न्याय को ले बार-बार का चक्कर लगाना पड़ेगा।
ढ़ाई दर्जन विभाग से जुड़े मामलों की होगी सुनवाई :
विकास सह लोक शिकायत निवारण शिविर में ढ़ाई दर्जन विभाग से जुड़े मामलां की सुनवाई होगी। जिसमें प्रखंड व अंचल कार्यालय के अलावा अनुमंडल लोक शिकायत निवारण, भूमि विवादों का निष्पादन, विद्युत आपूर्ति, शिक्षा, अजा-अजजा कल्याण, अल्पसंख्यक कल्याण, पशुपालन- गव्य विकास, कृषि- उद्यान, सामाजिक सुरक्षा कोषांग, जिला पंचायती राज, आपदा प्रबंधन विभाग, बाल विकास परियोजना, आपूर्ति, सांख्यिकी, भू-सरंक्षण, मनरेगा, जिला बाल सरंक्षण इकाई, बैंङ्क्षकग, डीआरडीए, पीएचईडी, जीविका, सभी ग्रामीण कार्य विभाग, कार्य प्रमंडल, लघु ङ्क्षसचाई, पथ प्रमंडल कोचस व डिहरी, परिवहन व मत्स्य विभाग शामिल है। इन विभागों के अधिकारियों को पूर्व में ही डीएम द्वारा निर्देश दिया जा चुका है कि वे अपने विभाग से संबंधित योजनाओं व कार्यक्रमों की पूरी जानकारी के साथ लोक शिकायत निवारण शिविर में उपस्थित रहेंगे।
प्रत्येक सप्ताह एक प्रखंड में होगा शिविर :
लोक शिकायत निवारण शिविर प्रत्येक प्रखंड में बारी-बारी से आयोजित किया जाएगा। बहरहाल प्रत्येक सप्ताह एक प्रखंड में शिविर आयोजित कर उस प्रखंड से जुड़े सभी गांवों के वैसे ग्रामीणों की समस्याओं को सुन आन द स्पाट निष्पादन किया जाएगा, जो महीनों से दफ्तर का चक्कर लगाते रहे हैं। संबंधित प्रखंड के बीडीओ को जिम्मेदारी सौंपी गई है कि शिविर स्थल पर कोरोना गाइडलाइन का अनुपालन हो। विभागवार काउंटर के अलावा पब्लिक एडरस के लिए भी विशेष व्यवस्था की जाए।
तीन वर्ष पूर्व मुख्यमंत्री ने रखी थी विकास की नींव :
लगभग तीन वर्ष पूर्व मुख्यमंत्री छह अप्रैल 2018 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहली बार रेहल पहुंच विकास की नींव रखी थी। उस वक्त उन्होंने हर घर नल का जल व पक्की गली-नली योजना का उदघाटन किया था। उसके बाद यह पहला मौका है जब वहां पर प्रखंड स्तरीय विकास सह लोक शिकायत निवारण शिविर का आगाज किया जा रहा है। आयोजित होने वाले इस शिविर से वनवासियों में उम्मीदों बंधी है कि दशकों से विकास से वंचित कैमूर पहाड़ी पर बसे दो दर्जन से अधिक गांवों का दिन बहुरेंगे। कारण कि ऐसा कोई विभाग नहीं है, जिससे संबंधित अधिकारी की उपस्थिति शिविर में न होगी।