तीन अपराधियों ने की थी कोठी थानाध्यक्ष की हत्या
गया : कोठी थानाध्यक्ष क्यूमउदीन अंसारी की हत्या के मामले में बुनियादगंज थाना प्रभारी बिजेंद्र सिंह
गया : कोठी थानाध्यक्ष क्यूमउदीन अंसारी की हत्या के मामले में बुनियादगंज थाना प्रभारी बिजेंद्र सिंह की गवाही न्यायालय के समक्ष अभियोजन की ओर से सोमवार को कराई गई। अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश शिलपी सोनी राज की अदालत में कोठी थाना अध्यक्ष क्यूमउदीन अंसारी हत्याकाड का ट्रायल चल रहा है। बिजेंद्र सिंह ने न्यायालय को बताया कि हत्या के बाद डीआइजी के आदेश पर गठित एसआइटी की टीम में वे भी एक सदस्य थे। गुप्त सूचना के आधार पर हत्या के चार दिन बाद 7 अक्टूबर 16 को न्यू करीमगंज स्थित मो. शकील के घर पर छापेमारी की गई थी। घर से शकील को गिरफ्तार किया गया। उसके पास से लोडेड देशी कट्टा बरामद किया गया। पूछताछ में शकील ने बताया कि वह शाने अली एवं शानू खान के साथ मिलकर कोठी थानाध्यक्ष क्यूमउदीन अंसारी की हत्या की। 3 अक्टूबर 16 को सुबह 6 बजे शानू खा एवं शाने अली ने थानाध्यक्ष को गोली मारी थी। शाने अली ने चाकू से भी थानाध्यक्ष पर वार किया था। मारने के बाद तीनों आमस थाना के एकौना गाव में मो. शाहिद के यहां गए थे। वहा तीनों नाश्ता किए। जाते वक्त शानू खा ने अपने हथियार शाहिद को छिपाने के लिए दिया था। गवाह ने आगे बताया कि शाहिद के यहा छापेमारी की गई। जहा से हथियार बरामद किया गया। जिसे जाच के लिए फारेंसिक लेबोरेटरी भेजा गया।
मालूम हो कि 3 अक्टूबर 16 को कोठी थाना में पदस्थापित थानाध्यक्ष क्यूमउदीन अंसारी को अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। घटना को अंजाम उस वक्त दिया गया था जब वे मॉर्निग वाक के लिए निकले थे। ट्रायल के दौरान क्यूम अंसारी की पत्नी की भी गवाही हो चुकी है। उन्होंने अभियुक्तों की पहचान न्यायालय के समक्ष किया है। अभियोजन की ओर से अपर लोक अभियोजक अरुण मिश्रा एवं बचाव पक्ष की ओर से अधिवक्ता तारिक अली एवं जिया खान ने काम किया।