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पहल से मिसाल बनी ये चार बहनें: खुद मजदूरी कर चार दिनों में बना दिया पक्का शौचालय

बिहार की दो बहनों की पहल मिसाल बन गई है। उन्‍होंने अपने बल पर संसाधन एकत्र किए तथा खुद ही मेहनत कर घर में शौचालय बना दिया। क्‍या है उनकी कहानी जानिए इस खबर में।

By Amit AlokEdited By: Published: Wed, 18 Dec 2019 08:38 PM (IST)Updated: Thu, 19 Dec 2019 10:27 PM (IST)
पहल से मिसाल बनी ये चार बहनें: खुद मजदूरी कर चार दिनों में बना दिया पक्का शौचालय
पहल से मिसाल बनी ये चार बहनें: खुद मजदूरी कर चार दिनों में बना दिया पक्का शौचालय

नवादा [विनय कुमार पांडेय]। घर में पहले से कोई शौचालय नहीं था। लाज-हया वाली चार बहनें परेशान रहतीं थीं। एक दिन स्वच्छता अभियान से जुड़े कर्मियों ने चारों बहनों से संपर्क किया। उसके बाद शौचालय की सूरत बनीं। नई ईंटों के लिए घर में रुपये नहीं थे। चारों बहनों ने घर में पड़ी पुरानी ईंटों को ही ब्रश से साफ किया। टंकी के लिए खुद ही गड्ढा खोदा और खुद मजदूरी करते हुए चार दिनों में शौचालय बना दिया।

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चार बहनों ने कर दिखाया कमाल

यह कमाल कर दिखाया है नवादा जिले के रजौली प्रखंड के प्राणचक गांव की चार बहनों ने। उनके घर में पहले से कोई शौचालय नहीं था। इस कारण उन्हें शौच के लिए बाहर जाना पड़ता था। इसी बीच गांव में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जल-जीवन-हरियाली यात्रा तय हुई। सीएम के आगमन को लेकर तैयारियां शुरू हो गईं। तभी शौचालय अभियान से जुड़े हुए कर्मी इन बहनों के घर पर आए। उन्हें शौचालय बनाने के लिए प्रोत्साहित किया। इसके बाद चारों बहनें पूरी मेहनत के साथ शौचालय बनाने में लग गईं।

खुद खोदा गड्ढ़ा, खड़ी की दीवार

स्‍नातक प्रथम वर्ष की छात्रा सबसे बड़ी बहन खुशबू कुमारी ने बताया कि घर की आर्थिक हालत ठीक नहीं है। लेकिन शौचालय बनाना था। बहनें विभा कुमारी, जूली कुमारी व अंजू कुमारी भी इससे सहमत थीं। फिर तो काम शुरू हो गया। घर में जो पुरानी ईंट थीं, उन्हीं को एकत्रित किया। एक-एक ईंट को चारों बहनों ने मिलकर ब्रश से साफ किया। इसके साथ बहनों ने शौचालय के लिए खुद से गड्ढा भी तैयार किया। इस तरह चार बहनों ने एक-दूसरे का सहयोग कर शौचालय की दीवार खड़ी कर दी।

बेटियों ने घर में बना दिया शौचालय

इन बहनों के पिता शैलेंद्र प्रसाद अपनी 15 कट्ठा जमीन में खेती-बारी करते हैं। बाल-बच्चों की परवरिश के लिए दो एकड़ जमीन पट्टे पर भी ले रखी है। घर में एक भैंस है। उन्होंने बताया कि गरीबी के कारण घर अच्छी तरह से नहीं बन सका। घर में तीन कमरे व एक छोटा-सा बरामदा है। इसी में सात सदस्यीय परिवार गुजर करता है। घर का सबसे छोटा सदस्य इन बहनों का छोटा भाई राजू बाबू है। शौचालय की कमी खलती थी। अब वह भी बन गया।

शीघ्र दी जाएगी प्रोत्साहन राशि

नवादा में स्‍वच्‍छता अभियान के जिला समन्‍वयक हेमंत कुमार ने बताया कि लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के तहत शौचालय बनाने पर लाभुकों को 12 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है। चारों बहनों के मिलकर शौचालय बनाया है। उन्‍हें भी शीघ्र ही इस योजना का लाभ दिया जाएगा।


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