गणतंत्र दिवस पर शिक्षण संस्थानों में होगा केवल ध्वजारोहण, अन्य कार्यक्रमों के आयोजन पर रोक
कोरोना को देखते हुए इस बार गणतंत्र दिवस सादे समारोह में मनाया जाएगा। इसको लेकर तैयारी चल रही है। शिक्षा विभाग ने शिक्षण संस्थानों में केवल ध्वजारोहण करने का निर्देश दिया है। अन्य सांस्कृति कार्यक्रमों का आयोजन नहीं होगा।
संवाद सहयोगी, डेहरी आन सोन (रोहतास)। गणतंत्र दिवस (Republic Day) को ले विभिन्न सरकारी, गैर सरकारी कार्यालयों, शिक्षण संस्थानों में तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। स्थानीय बिहार सैन्य पुलिस दो परिसर में कमांडो व जवानों ने शनिवार सुबह पूर्वाभ्यास किया। शैक्षणिक संस्थानों में गणतंत्र दिवस समारोह की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। मैदान की साफ-सफाई चल रही है। हालांकि स्कूलों में एहतियातों का पालन करना पड़ेगा। ध्वजारोहण के अलावा कोई भी कार्यक्रम नहीं किए जाने की हिदायत दी गई है।
कोरोना गाइडलाइन का करना होगा पालन
लंबे समय बाद स्कूलों की रौनक लौटी है तो छात्र-छात्राओं में भी काफी उत्साह है। वे इस राष्ट्रपर्व को उत्साहपूर्वक मनाने की तैयारी में हैं। हालांकि अभी कोरोना को देखते हुए शिक्षा विभाग ने शैक्षणिक संस्थानों में सादे समारोह में गाइडलाइन के अनुरूप ही गणतंत्र दिवस मनाने का निर्देश दिया है। विद्यालयों में केवल ध्वजारोहण का कार्यक्रम किया जाएगा। कोविड के खतरों को देखते हुए शैक्षणिक संस्थानों में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया जाएगा। आजादी के 72 सालों में ऐसा पहला अवसर होगा जब केवल ध्वजारोहण का कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
छोटे बच्चों के स्कूल आने पर रोक
इस समय स्कूलों में 9 से 12 तक की कक्षाओं का ही संचालन हो रहा है। इस कारण छोटे बच्चों के आने पर अभी भी रोक है। प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी सुरेश प्रसाद के अनुसार कोविड-19 की वजह से इस बार शिक्षण संस्थानों में कोई भी सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया जाएगा। सभी शिक्षण संस्थानों में इस बार भी केवल ध्वजारोहण कार्यक्रम ही किया जाएगा। इधर बीएमपी के अभ्यास परेड के समापन पर शनिवार को बीएमपी के कई अधिकारी थे। मौके पर मौजूद परेड कमांडर निरीक्षक बाबू लाल हंसदा के अनुसार कमांडेंट के निर्देशानुसार कमांडर अनि परशुराम सिंह,प्लाटून कमांडर एसआइ शंभु प्रसाद, प्लांटुन कमांडर राजकिशोर प्रसाद, रामाश्रय प्रसाद आदि ने परेड का पूर्वाभ्यास कराया।