सर्दी के सितम से अभी नहीं मिलेगी सासाराम और कैमूर में राहत, मौसम विभाग ने बताया कब खत्म होगी ठंड
जनवरी खत्म होने को है लेकिन अभी भी ठंड का सितम जारी है। मौसम विभाग की माने तो सासारा और कैमूर में आने वाले दिनों में भी ठंड से राहत नहीं मिलने वाली है। फरवरी के पहले सप्ताह से ठंड से हल्की राहत मिल सकती है।
जागरण संवाददाता, सासाराम। जिले में सर्दी का सितम जारी है। सुबह कोहरा मिश्रित धूप की वजह से ठंड से कोई राहत नहीं मिली। अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस लुढ़क कर 20 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। न्यूनतम तापमान भी तीन डिग्री नीचे गिरकर सात डिग्री दर्ज किया गया। जो कि बीते वर्ष से भी कम है। पिछले साल 26 जनवरी को न्यूनतम तापमान 11 डिग्री दर्ज किया गया था। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले पांच दिनों में ठंड से राहत की उम्मीद नहीं है और कड़ाके की सर्दी पड़ती रहेगी।
दिन के मौसम में कुछ राहत के आसार हैं। फरवरी के पहले सप्ताह से न्यूनतम और अधिकतम तापमान में धीरे धीरे वृद्धि होने की वजह से ठंड से हल्की राहत मिल सकती है। जिले में गत पांच दिनों से अच्छी धूप नहीं निकलने की वजह से ठंड में कमी नहीं हो रही है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान में अगले 24 घंटों के दरम्यान बारिश की संभावना नहीं है। जिले भर में 26 जनवरी से 30 जनवरी तक लगभग 10 से 11 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है। अगले 24 घंटों में अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान में सात डिग्री सेल्सियस के आसपास ही रहेगा। सुबह के समय कोहरा रह सकता है।
उधर कैमूर बीते एक सप्ताह से मौसम खराब चल रहा है। जनवरी माह समाप्त होने में अब कुछ ही दिन शेष रह गए हैं। इस माह की शुरुआत से ही जिले में कड़ाके की ठंड पड़नी शुरू हो गई। जो अब तक जारी है। इस माह में शुरुआती दौर में भी बेमौसम बारिश हुई। फिर बीते तीन दिन पूर्व से शुरू हुई बारिश सोमवार तक रुक-रुक कर कभी-कभी होती रही। इससे इस कड़ाके की ठंड में दो-दो बार बेमौसम बारिश होने से ठंड का असर काफी अधिक रहा। ठंड से लोगों का जनजीवन काफी प्रभावित हुआ। बारिश होने से सबसे अधिक किसानों को नुकसान हुआ है। किसानों की तिलहन व दलहन फसल का काफी नुकसान हुआ है।
बारिश होने से ठंड का काफी प्रभाव रहा। तापमान 7-8 डिग्री तक गिर गया। मंगलवार को भी मौसम पूर्व की तरह ही रहा। लगातार पांचवें दिन सूर्यदेव के दर्शन नहीं हुए। आसमान में बादल छाए रहे। कनकनी व गलन से कड़ाके की ठंड का असर रहा। ठंड के चलते लोग अब भी बेहाल है। घरों में या बाहर रहे लोग कही न कहीं अलाव जला कर ठंड से राहत पाते दिखे। बाजार में भी ठंड के चलते चहल-पहल कम हो रही है। इसके चलते सभी तरह का व्यवसाय प्रभावित हो रहा है।