औरंगाबाद में वायरल वीडियो के बाद मचा हड़कंप, छापेमारी के बाद लौटी पुलिस ने कहा- पुराना है मामला
जिले में अवैध शराब बनाने का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल होने के बाद उत्पाद विभाग और पुलिस की टीम ने मिलकर छापेमारी की लेकिन इनके हाथ कुछ नहीं लगा। बाद में पता चला कि ये वीडियो पुराना है।
संवाद सूत्र, बारुण (औरंगाबाद) । नालंदा में जहरीली शराब के मौत के बाद जिले के बारुण थाना क्षेत्र में निर्माण हो रहे जहरीली शराब का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुआ। वीडियो वायरल होते ही औरंगाबाद प्रशासन में हड़कंप मच गया। वायरल वीडियो के आधार पर उत्पाद विभाग के अधिकारियों के साथ बारुण थाना पुलिस की टीम ने सोन दियारा में रविवार को ताबड़तोड़ छापेमारी की। हालांकि कुछ बरामदगी नहीं हुई। दरअसल, वायरल वीडियो में बारुण थाना से महज 200 मीटर की दूरी पर जहरीले शराब के धंधे की खेल की बात कही जा रही थी। लेकिन बाद में जानकारी मिली की वीडियो पुराना है।
पुराने वीडियो पर प्रशासन के उड़े होश
वायरल वीडियो के संबंध में बारुण थानाध्यक्ष धनंजय शर्मा ने बताया कि वायरल वीडियो पुराना है, पता नहीं कहां का है, जिसको लेकर चर्चा हो रही है। पुलिस के मुताबिक शराबबंदी कानून को सख्ती से लागू करने के लिए लगातार छापेमारी चल रही है। शराब तस्करों के साथ सीथ शराब की बड़ी खेप भी पकड़ी जा रही है।
वायरल वीडियो को ध्यान में रखते हुए अवैध शराब की रोकथाम को लेकर उत्पाद विभाग के सदर प्रभारी कमलेश कुमार सिन्हा, दारोगा बिपिन बिहारी सिंह के साथ पुलिस ने मोहनगंज से लेकर सोन दियारा तक सघन छापेमारी अभियान चलाया। लेकिन अभियान में पुलिस को न तो शराब हाथ लगी और न ही शराब कारोबारी। उत्पाद विभाग के अधिकारी कमलेश ने बताया कि कुछ दिन पहले मोहनगंज में शराब की अवैध बिक्री को लेकर वीडियो वायरल हुआ था। जिक्र था कि बारुण थाना से करीब दो सौ मीटर की दूरी पर जहरीले शराब का कारोबार चल रहा है और पुलिस को पता नहीं। जिस जगह का वीडियो है वहां छापेमारी की गई परंतु कुछ नहीं मिला। अवैध शराब निर्माण को लेकर नियमित छापेमारी की जाएगी।
गौरतलब है कि बिहार के नालंदा में जहरीली शराब से 12 लोगों की मौत के बाद जिलों की पुलिस एक बार फिर से एक्टिव होकर अवैध शराब को लेकर छापेमारी में जुटी है।