घर में होता शौचालय तो नहीं जाती किशोरी की जान, खेत के तरफ जाने में पानी भरे गड्ढे में गिरकर हो गई मौत
बिहार के अधिकांश गांव भले ही कागजाें पर खुले में शौच मुक्त घोषित कर दिए गए हो लेकिन हकीकत इसके उलट है। टनकुप्पा में रहने वाले एक परिवार के घर में अगर सरकारी योजना के तहत शौचालय बनवाया गया होता तो इस घर की बेटी की जान बच सकती है।
संवाद सूत्र, टनकुप्पा (गया)। बिहार के अधिकांश गांव भले ही कागजाें पर खुले में शौच मुक्त घोषित कर दिए गए हो, लेकिन हकीकत इसके उलट है। टनकुप्पा में रहने वाले एक परिवार के घर में अगर सरकारी योजना के तहत शौचालय बनवाया गया होता तो इस घर की बेटी की जान बच सकती है। वह अपने सपनों को उड़ान दे सकती थी। समाज के लिए नजीर और लड़कियों के लिए प्रेरणा भी बन सकती थी। मगर ऐसा नहीं हुआ। 14 वर्षीय सोनम पानी भरे गड्ढे में गिरने से मर गई। यह इसलिए कि उसके घर में शौचालय नहीं था और गुरुवार की सुबह शौच के लिए खेत में गई थी।
सोनारखपा गांव की है घटना
घटना टनकुप्पा थाना क्षेत्र के सोनारखाप की है। मृत सोनम कुमारी के पिता उमेश ठाकुर ने बताया कि उनकी बेटी सुबह शौच के लिए खेत की तरफ गई थी। घर से लगभग 200 गज की दूरी पर पानी भरा गड्ढा था। सोनम अधपक्की नींद में थी। वह ठीक से देख नहीं पाई और गड्ढे में गिर गई। करीब ढाई फीट का गड्ढा है। वह मुंह के बल गिरी थी। बाहर निकल नहीं पाई और दम घुटने से उसकी मौत हो गई। हालांकि, अब तक पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट नहीं आई है। स्वजनों ने अंदाजा लगाते हुए बयान दिया है। पुलिस ने शव को मगध मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
(घटना के बाद जांच करती पुलिस)
सुबह आठ बजे देखा गया शव
ग्रामीणों के अनुसार उन्होंने सुबह करीब आठ बजे शव को देखा और पहचान करने के बाद स्वजनों व पुलिस को इत्तिला दी। इसके बाद लाश को गड्ढे से बाहर निकाला गया। स्वजनों ने पुलिस को यह भी बताया है कि सोनम को मिर्गी का दौरान आता था। ऐसा भी हो सकता है कि उसे दौरा पड़ा और वह मुंह के बल गड्ढे में गिर गई। मुंह में काफी मिट्टी लगा था।
(सोनम के घर के बाहर जुटी ग्रामीणों की भीड़)
घरवालों का रो-रोकर बुरा हाल
सोनम की मौत की खबर सुनकर स्वजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। पूर्व सरपंच दिलीप यादव ने बताया कि ग्रामीणों ने शव देखकर शोर मचाया। चेहरे पर मिट्टी लगा होने के कारण शव की शिनाख्त करने में थोड़ी देर हुई। बीडीओ ने स्वजनों को सहायता राशि देने की मांग की गई है। थानाध्यक्ष विकाश चंद्र ने बताया कि प्रथमदृट्या मौत का कारण दम घुटना बताया जा रहा है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत का कारण स्पष्ट हो जाएगा। सभी बिंदुओं पर छानबीन की जा रही है।