नवादा में बारिश ने बरपाया कहर, गरीबों का उजड़़ रहा आशियाना; बेघर हो रहे लोग, कोई देखनहार नहीं
नारदीगंज प्रखंड के गांवों में पिछले तीन चार दिन बारिश होने से गरीब परिवार का आशियाना उजडऩे का सिलसिला जारी रहा है। सोमवार की रात कहुआरा पंचायत की गढ़ही गांव में चंद्रिका यादव की पत्नी कपूर देवी का मिटटी घर गिर गया।
संवाद सूत्र, नारदीगंज (नवादा)। नारदीगंज प्रखंड के गांवों में पिछले तीन चार दिन बारिश होने से गरीब परिवार का आशियाना उजडऩे का सिलसिला जारी रहा है। सोमवार की रात कहुआरा पंचायत की गढ़ही गांव में चंद्रिका यादव की पत्नी कपूर देवी का मिटटी घर गिर गया। पीडित परिवार को काफी आर्थिक क्षति पहुंची है। पीडि़त ने सीओ को आवेदन देकर आपदा राहत कोष से क्षतिपूर्ति की मांग की है।
पिछले कुछ दिनों में हुई अच्छी बारिश से प्रखंड के विभिन्न गांवों के 11 परिवार बेघर हो चुके हैं। आपदा राहत कोष से किसी प्रकार का लाभ नहीं मिल रहा है। 30 सितंबर की रात से 4 अक्टूबर की रात तक बारिश गरीब परिवार के लिए आफत बना। कहुआरा पंचायत के विभिन्न गांवों में 10 परिवार का आशियाना गिरा। वहीं मसौढा़ पंचायत में एक परिवार का घर गिरकर ध्वस्त हुआ है। कहुआरा गांव में 30 सितंबर की रात सहदेव पासवान, हरनारायणपुर गांव में शैलेश कुमार, रेखा देवी, महेन्द्र महतो का घर क्षतिग्रस्त हो गया था।
इसी पंचायत में 1 अक्टूबर 21 की रात में पुन: चार परिवारों भट्टबिगहा गांव में राजो मांझी, साधू मांझी, हरनारायणपुर गांव में रासो देवी के अलावा गढ़ही गांव में बरती देवी का घर गिरा। 3 अक्टूबर की रात में कहुआरा गांव में गुडिय़ा देवी का मिट्टी घर बारिश से गिर गया। 4 अक्टूबर को कपूर देवी का घर गिरा है। इसके अलावा मसौढा पंचायत की कुझा गांव में 2 अक्टूबर की रात में रामचंद्र चौहान का घर गिरा।
राज्य के कई जिलों से बरसात के कारण मिट्टी के घर ढहने की खबरें आई हैं। औरंगाबाद में मलबे में दबकर मां-बेटी की मौत हो गई तो वहीं दूसरी घटना में घर में रहने वाले लोग बाल-बाल बच गए। बिहार के सीमांचल क्षेत्र की हालत तो काफी खराब है। बारिश के कारण आई बाढ़ ने तबाही मचाकर रख दी है। लोग जरूरी सामान के साथ परिवार को लेकर सड़क किनारे दिन-रात काट रहे हैं।