गया में जमकर हुई जमीन की खरीद और बिक्री, राजस्व से भरता रहा निबंधन विभाग का खजाना
कोरोना के लॉकडाउन में प्रभावित रहने के बाद जमीन की खरीद-बिक्री में जबरदस्त इजाफा हुआ। इसका सकारात्मक असर निबंधन कार्यालय के खजाने पर पड़ा है। राजस्व में खूब बढ़ोत्तरी हुई है। लॉकडाउन के समय लक्ष्य काफी दूर रह गया था।
नीरज कुमार, गया। एक तरफ जहां लगातार प्रदेश और जिला कोरोना महामारी की दंश झेल रहा है। महामारी से उबरने का निरंतर प्रयास की जा रही है। इसी बीच गया जिला निबंधन कार्यालय से अच्छी खबर आई है। कोरोना महामारी के बीच गया में बंपर जमीन की रजिस्ट्री हुई है। राज्य सरकार को यहां से बेहतर राजस्व की प्राप्ति हुई है। इतना ही नहीं माहवारी लक्ष्य में भी जबदस्त उछाल दर्ज की गई है। राज्य सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्य को पूरा करने में भरसक प्रयास की गई है। सबसे ज्यादा रजिस्ट्री वित्तीय वर्ष 2020-21 के अंतिम माह यानि मार्च माह में हुई है। इस माह में सबसे ज्यादा 16 करोड़ रुपये से अधिक की जमीन रजिस्ट्री हुई है। जो एक रिकार्ड माना जा रहा है। गया जिले में करीब 3.50 लाख जमीन की प्लाट के रोक के बाद भी जमीन की रजिस्ट्री बंपर हुई है। अगर राज्य सरकार और जिलास्तरीय कमेटी इतनी बड़ी संख्या में प्लाट पर लगे रोक को हटा देती है, तो गया से और भी बेहतर राजस्व प्राप्ति की उम्मीदें है। इस पर जिला पदाधिकारी के स्तर पर गठित कमेटी और राज्य सरकार को निर्णय लेने की जरूरत है।
लक्ष्य प्राप्त करने के लिए रविवार को भी खुले रहे कार्यालय
फरवरी और मार्च 2021 में विभाग द्वारा निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए स्थानीय स्तर पर भी भरसक प्रयास किया गया। जिला पदाधिकारी और विभाग के निर्देशानुसार इन माह में प्रत्येक रविवार को कार्यालय खुला रहा। रविवार को कार्यालय खोलने के पीछे मंथा रही कि जो भू-स्वामी कार्यदिवस में किसी कारण वश जमीन की खरीद और बिक्री नहीं कर पाते हैं, वैसे भूस्वामी रविवार को अवकाश के दिन भरसक प्रयास कर अपनी जमीन की खरीद व बिक्री कर सकते हैं। इसलिए रविवार को कार्यालय खोला गया था। इसका लाभ भी भूस्वामी ने पूरा उठाया। इस दिन जमीन रजिस्ट्री हुई। राजस्व में बढ़ोतरी दर्ज की गई।
बीते वर्ष कोरोना के कारण जमीन की रजिस्ट्री हुई थी प्रभावित
वर्ष 2020 जब कोरोना महामारी पूरे परवान पर था, उस वक्त सबसे ज्यादा नुकसान भी जिला निबंधन कार्यालय को हुआ था। अप्रैल, मई, जून, जुलाई, अगस्त 2020 माह में जमीन की रजिस्ट्री निर्धारित लक्ष्य का मात्र पांच से 10 प्रतिशत हुई थी। लेकिन उसकी भरपाई दिसंबर 20 के बाद की गई। दिसंबर, जनवरी, फरवरी और मार्च माह में निर्धारित लक्ष्य को केवल पूरा नहीं किया गया बल्कि उससे कहीं ज्यादा जमीन की रजिस्ट्री हुई।
अपर निबंधन पदाधिकारी प्रमोद कुमार बताते हैं कि कोरोना महामारी काल में निबंधन प्रभावित हुआ था। लेकिन विभागीय गाइड लाइन व दिशा-निर्देश पर रजिस्ट्री कार्य को गति दी गई। निर्धारित लक्ष्य को पूरा करने का प्रयास किए हैं। लक्ष्य को पूरा करने में सभी सहयोग रहा है।