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रोहतास के सदर अस्पताल में दवाओं की कमी से बढ़ी मरीजों की परेशानी, पारासिटामोल तक नहीं मिल रही

रोहतास सदर अस्पताल से लेकर जिले के अन्य सरकारी अस्पतालों में दवाओं की कमी से मरीजों का हाल बेहाल है। अस्पताल में बुखार की सामान्य दवा पारासिटामोल से लेकर विटामिन और जिंक समेत कई अन्य दवाओं का स्टाक खत्म हो गया है।

By Prashant KumarEdited By: Published: Wed, 01 Sep 2021 11:03 AM (IST)Updated: Wed, 01 Sep 2021 11:03 AM (IST)
रोहतास के सदर अस्पताल में दवाओं की कमी से बढ़ी मरीजों की परेशानी, पारासिटामोल तक नहीं मिल रही
रोहतास सदर अस्‍पताल में दवाइयों की किल्‍लत। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर।

जागरण संवाददाता, सासाराम। रोहतास सदर अस्पताल से लेकर जिले के अन्य सरकारी अस्पतालों में दवाओं की कमी से मरीजों का हाल बेहाल है। अस्पताल में बुखार की सामान्य दवा पारासिटामोल से लेकर विटामिन और जिंक समेत कई अन्य दवाओं का स्टाक खत्म हो गया है। अस्पताल में लिखे परचे की आधे से अधिक दवा मरीजों को बाहर जाकर खरीदनी पड़ रही है। परेशानी का सबब यह कि चिकित्सक अस्पताल की पर्ची पर बाहर की दवा भी नहीं लिख सकते। डाक्टरों द्वारा लिखी दवा की पर्ची लेकर मरीज दवा काउंटर पर जाते हैं, लेकिन वहां से उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ता है।

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सदर अस्पताल के आउटडोर में 72 प्रकार की जीवन रक्षक दवाओं की सूची टांगी गई है। सरकार द्वारा इन दवाओं की उपलब्धता को ले निर्देश भी दिया गया है। लेकिन वर्तमान में सदर अस्पताल में दवाएं उसकी आधी ही उपलब्ध है। जो दवाएं उपलब्ध भी है उनमें से कई का स्टाक भी बहुत कम मात्रा में है। वह भी आने वाले दिनों में समाप्त होने की कगार पर है। स्थिति ऐसी ही रही तो कई महीनों से दवाओं का टोटा झेल रहा सदर अस्पताल महज दिखावा बन कर रह जाएगा। अस्पताल के अधिकारियों की मानें तो ओपीडी में 72 प्रकार की दवाओं में से महज 39 प्रकार की दवा ही उपलब्ध है। शेष दवाओं के लिए सिविल सर्जन से अनुरोध किया गया है।

सुविधाओं के नाम पर काफी धनराशि हो रही खर्च

स्वास्थ्य विभाग के द्वारा बेहतर चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध कराने के नाम पर काफी धन राशि खर्च हो रही है। विकास की कई योजनाएं प्रस्तावित हैं। लेकिन बुनियादी सुविधाओं के अभाव में मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सबसे अहम दवाओं की कमी मरीजों को स्वास्थ्य लाभ देने के उद्देश्य पर पानी फेर रहा है। स्थानीय खिलनगंज से इलाज के लिए आए रघुनाथ प्रसाद ने बताया कि डाक्टर द्वारा पर्ची पर लिखी सात दवाइयों में से सिर्फ चार ही अस्पताल से मिल पाई है। बाकी तीन दवाएं मजबूरी में बाहर से खरीदनी पड़ेगी।

ओपीडी में आवश्यक दवा भी उपलब्ध नहीं

सदर अस्पताल के ओपीडी में टंगी दवाओं की सूची में पारासिटामोल, मैफेनेमिक एसिड, सोडियम, आयरन, फोलिक एसिड, नोरमल स्लाइन (सोडियम क्लोराइड), डोमपेरिडोम सिरप और ड्राप, थाइराक्सिन, विटामिन सी, विटामिन बी 12, विटामिन बी सिक्स जैसी कई आवश्यक दवाएं भी अनुपलब्ध दिखीं। अस्पताल के मेडिसिन इंचार्ज अरुण प्रसाद के अनुसार वर्तमान में अलग अलग कुल 39 दवाएं अस्पताल में उपलब्ध है। जिसे डाक्टर द्वारा लिखे जाने पर मरीजों को दिया जा रहा है। विटामिन तथा कुछ अन्य दवाएं खत्म हो गई हैं। अनुपलब्ध दवाओं की सूची विभाग को भेज दी गई है। जल्द ही दवाओं का स्टाक मिलने की संभावना है।


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