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नवादा के लोगों ने श्रमदान कर नदी किनारे बनाया था रास्‍ता, अगर टूटा डायवर्जन तो खत्‍म हो जाएगा संपर्क

एक तरफ जहां लोग कोरोना जैसी प्राकृतिक बीमारी से जूझ रहे है तो वहीं दूसरी ओर सरकार एंव प्रशासन की लापरवाही से दर्जनों गांव बभनौर गुलाब बिगहा बाराखुर्द दायबिगहा हांसापुर आदि गयााव के लोग हलकान एवं परेशान हैं। बच्‍चों की पढ़ाई बंद हो जाती है।

By Prashant KumarEdited By: Published: Sat, 29 May 2021 02:49 PM (IST)Updated: Sat, 29 May 2021 02:49 PM (IST)
नवादा के लोगों ने श्रमदान कर नदी किनारे बनाया था रास्‍ता, अगर टूटा डायवर्जन तो खत्‍म हो जाएगा संपर्क
सेराजनगर से बभनौर जाने के रास्ते नदी में बना डायभर्जन टूटने की कगार पर। जागरण।

संवाद सूत्र, नरहट (नवादा)। प्रखंड के बभनौर जाने वाले पथ सेराजनगर के पास धनार्जय नदी में बना डायवर्जन टूटने की कगार पर है। डायवर्जन टूटने पर यातायात ठप होने की पूरी आशंका जताई जा रही है। आपको बताते चलें कि यास तूफान को लेकर लगातार हो रही बारिश के कारण प्रखंड से गुजरने वाली नदी व जलाशयों का जलस्तर एक बार फिर से बढ़ता दिख रहा है, जिसके कारण सेराज नगर से बभनौर को जोड़ने वाली सड़क पर बना डायवर्जन, जो पिछले वर्ष श्रमदान से गांव वालों के चंदे के बलबूते बनाया गया था, वो अब फिर से एक बार बहने की कगार पर दिखाई दे रहा है।

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इसके कारण पिछले चार वर्षों से प्रखंड व जिला मुख्यालय से संपर्क टूटता आया है। ग्रामीण मो. फिरोज अहमद ने बताया कि गत वर्ष 2018 में ही पुल पुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था जिसके बाद से ही गांव के लोग अपने खर्च से डायवर्जन बनाने का काम किया था। प्रत्येक वर्ष लोग जिला प्रशासन एंव जनप्रतिनिधि  से पुल निर्माण कार्य की गुहार लगाई जाती है परन्तु नतीजा शून्य है और लोग बेबस एवं लाचार होकर काफी समय से नदी पार करने को मजबुर है। कई बार लोग अपने जेसीबी मशीन से अपने खर्च से डायवर्जन बनाने का कार्य भी किया है।

एक तरफ जहां लोग कोरोना जैसी प्राकृतिक बीमारी से जूझ रहे है तो वहीं दूसरी ओर सरकार एंव प्रशासन की लापरवाही से दर्जनों गांव बभनौर, गुलाब बिगहा, बाराखुर्द, दायबिगहा, हांसापुर, आदि गयााव के लोग हलकान एवं परेशान हैं। कई बार अख़बारों में प्रत्येक वर्ष इन समस्याओं को प्रकाशित कर अवगत कराने के बाद भी जिला प्रशासन के कान अभी तक खड़े नहीं हुए हैं। उन्‍होंने कहा कि पढ़ाई के दिनों में छात्रों को अपनी पढ़ाई की चिंता सताती है, स्कूल जाना बंद हो जाता है।

शिक्षक मोदस्सिर हुसैन ने कहा है कि विद्यालय जाने में फजीहत उठानी पड़ती है। गर्भवती महिलाओं पर आकाल सा आ गया है वो ये सोचकर हलकान हैं कि इनका सुरक्षित प्रसव कैसे कराया जाए। सभी ग्रामवासी शासन एंव प्रशासन से अपील करते हुए आग्रह करते हैं कि इस टेंडर को जल्द से जल्द निर्माण कार्य में शुरू की जाए एंव अभी फिलहाल एक मजबूत डायवर्जन बनाने का कार्य शुरू की जाए, ताकि लोगों को होने वाली फजीहत से निजात मिल सके।


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