बेरहम कोरोना, तेरा नाश हो, तूने तो खुशियां ही छीन ली है, कैसे धूमधाम से निकलेगी बेटे की बरात
कोरोना की वजह से आमजन काफी प्रभावित है। इस वायरस के कारण परंपराएं भी बदल गई हैं। शादियों में मेहमान कम बुलाए जा रहे हैं। लोगों का कहना है कि इस महामारी के कारण रिश्ते-नाते सब प्रभावित हो गए हैं।
गया, जागरण संवाददाता। अरे, ओ बेरहम कोरोना, और कितने दिन ऐसे तड़पाएगा। सबकुछ तूने बर्बाद कर रख दिया है। बेटे-बेटियों की शादी पर भी ग्रहण लगा दिया। न मेहमान को बुला सकते हैं और न उनके घर जा सकते हैं। भगवान तेरा नाश कर दें। गया शहर में रहने वाली शकुंतला कुछ इसी अंदाज में कोराेना को कोस रही हैं। उनकी बेटी की शादी पिछले दिन थी। गिने-चुने मेहमान ही आए। अब बेटे की बरात 14 मई को जाने वाली है। लेकिन जो स्थिति है लगता है कि वह भी हो पाएगी या नहीं। होगी भी तो किसे बरात ले जाएं। कैसे ले जाएं। यह किसी एक की पीड़ा नहीं है। कोरोना की दूसरी लहर ने लोगों की खुशियों पर ग्रहण लगा दिया है।
संक्रमण का डर और प्रशासन की नजर
कोरोना का संक्रमण (Covid Infection) न फैले इसके लिए शादी समारोह आयोजित करने वाले परिवार एहतियात बरत रहे है। मेहमानों की सूची (Guests list) में काट-छांट कर रहे हैं। एक तो संक्रमण का डर ऊपर से प्रशासनिक नजर। बिना बैंड-बाजे के बरात निकल रही है। बिना ताम-झाम के शादियां हो रही हैं। शादी समारोह में कई रस्म बदल गए हैं। कोरोना संक्रमण से पूर्व शादियोंं मतलब भव्य आयोजन होता था। लेकिन उसपर पाबंदी लगी है। एक तो लोग मेहमानों की संख्या को कम कर रहे है। वहीं आमंत्रण पत्र भी मोबाइल से ही भेज रहे है। इसके अलावा लोग खाना रसोइया को बुक करने से पहले इस बात की गारंटी ले रहे है कि उनके यहां काम करने वाले कोई भी कर्मी कोरोना पॉजिटिव तो नहीं है।
मास्क और सैनिटाइजर (Mask and Sanitizer) से हो रहा बरातियों का स्वागत
कोरोना संक्रमण से पूर्व शादी के मौके पर बरात के दरवाजे पर पहुंचने पर घरवाले इत्र और फूल से उनका स्वागत करते थे। फूल का माला पहनाकर स्वागत करते थे। कोरोना ने इन सभी रस्मों पर ब्रेक लगा दिया है। अब इत्र की जगह सैनिटाइजर तथा स्वागत को लेकर दिए जाने वाले फूल के माला की जगह मास्क ने ले ली है। इतना ही नहीं गले मिलने की जगह हाथ जोड़कर एक-दूसरे का अभिवादन करते वर और वधू पक्ष के लोगों में देखा जा रहा है।
शादी समारोह चढ़ा हुआ है कोरोना का भेंट
दो वर्षो से शादी समारोह को कोरोना की नजर लगी हुई है। पिछले वर्षष2020 में अधिकतर दिन कोरोना की भेंट गए थे। लेकिन 2021 में कोरोना गाइडलाइन के साथ शादियां हो रही हैं। शादी-विवाह में खुशी देखी नहीं जा रही है। लोगों सादगी के साथ शादी-विवाह कर रहे है।