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नये कृषि कानूनों को खुद के हित में मानते हैं नवादा के किसान, कहा-किसान आंदोलन का उनसे वास्‍ता नहीं

Kisan aandolan नवादा जिले के किसानों ने कहा- नई कृषि कानून के नाम पर विपक्षी दल सिर्फ कर रही राजनीति आंदोलन से किसानों को कोई वास्ता नहीं केंद्र की सरकार लगातार किसानों के हित में कर रही काम

By Shubh NpathakEdited By: Published: Mon, 14 Dec 2020 12:25 PM (IST)Updated: Mon, 14 Dec 2020 12:25 PM (IST)
नये कृषि कानूनों को खुद के हित में मानते हैं नवादा के किसान, कहा-किसान आंदोलन का उनसे वास्‍ता नहीं
नवादा जिले के आनंदपुरा गांव के खेत में काम करते किसान अरविंद सिंह। जागरण

गया/नवादा, जेएनएन। इस समय पूरे देश में कृषि कानून को लेकर हंगामा मचा है। करीब 20 दिनों से दिल्ली में पंजाब, हरियाणा समेत अन्य राज्य के कई किसान संगठन व विपक्षी पार्टी के कार्यकर्ता धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। किसान बिल को वापस लेने की मांग को लेकर 8 दिसंबर को सभी विपक्षी दल व किसान संगठन के कार्यकर्ताओं ने भारत बंद कर सड़कों पर धरना-प्रदर्शन भी किया, लेकिन बिहार के किसानों को इस आंदोलन से कोई लेना-देना नहीं है। नवादा जिले के किसान इन दिनों हमेशा की तरह ही गांवों में अपने खेत में खेतीबारी में जुटे हैं। वे केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानून को अपने हित में मानते हैं।

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सरकार के काम को बेहतर मानते हैं नवादा के किसान

जागरण की टीम ने सदर प्रखंड नवादा के जमुुआवां पटवासराय, आंती, कादिरगंज आदि पंचायतों में किसानों से बात कर नये कृषि कानून और दिल्‍ली में चल रहे किसान आंदोलन पर उनकी राय जानी। पड़ताल के क्रम में किसानों से मिलकर बातचीत की गई। किसानों ने बताया कि केंद्र की मोदी सरकार किसानों के हित में काम कर रही है। सरकार की ओर से लगातार किसानों के हित में बेहतर काम किया जा रहा है। नई कृषि कानून भी किसानों के लिए हितकर होगा। विपक्षी पार्टियां किसानों को बरगला कर किसानों के नाम पर सिर्फ राजनीति कर रही है। और अपना राजनीति रोटी सेकना चाह रही है। किसानों को आंदोलन से कोई लेना-देना नहीं है। किसान अपने खेतीबारी में जुटे हैं। आंदोलन में विपक्षी पार्टी के लोग शामिल हैं।

आप भी जानिए, क्‍या कहते हैं किसान

  • केंद्र की मोदी सरकार किसानों के हित में काम कर रही है। नई कृषि कानून भी किसानों के लिए हितकर होगा। विपक्षी पाटियां किसान के नाम पर सिर्फ राजनीति कर रही है। इस आंदोलन से किसानों को कोई मतलब नहीं है। - अरविंद सिंह, किसान
  • दिल्ली में करीब 20 दिनों से नई कृषि कानून को वापस लेने के लिए आंदोलन चल रहा है। 8 दिसंबर को विपक्षी पाटियां व किसान संगठन की ओर से भारत बंद कराया गया। यह सिर्फ किसानों को बरगलाने के लिए किया गया। सरकार किसानों के हित में काम कर रही है। - चंद्रिका सिंह, किसान
  • सरकार की ओर से कृषि क्षेत्र में काफी विकास किया गया। खाद, बीज, कीटनाशक समेत अन्य सामग्री अनुदानित दर पर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। नई कृषि कानून भी किसानों के हित में होगी। विपक्षी पार्टियां सिर्फ किसान के नाम पर राजनीति कर रही है। - उपेंद्र सिंह, किसान
  • केंद्र सरकार के कार्यकाल में कृषि क्षेत्र में काफी विकास हुआ है। मोदी सरकार किसानों के हित में लगातार काम कर रही है। सरकारी योजनाओं से जुडकर किसान आगे बढ़ रहे हैं। नई कृषि कानून के नाम पर विपक्षी पार्टियां सिर्फ राजनीति करने में लगी है। किसानों को इससे कोई लेना देना नहीं है। किसान खेतों में काम करने में जुटे हैं। - अमरेंद्र सिंह, किसान
  • नये कृषि कानून से किसानों को उत्पादन का सही मूल्य मिलेगा और बिचौलिए से छुटकारा भी मिल सकेगा। किसानों को आगे बढ़ने का अवसर भी प्राप्त होगा। केंद्र सरकार किसानों के हित में काम कर रही है। विपक्षी पार्टियां किसानों को बरगलाने में लगी है। किसान के नाम पर सिर्फ राजनीति कर रही है। किसानों को आंदोलन से कोई वास्ता नहीं है। - रामविलास सिंह, किसान

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