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Rohtas: पेटेंट मुक्ति के लिए यूरोपीय यूनियन का रुख स्‍वीकार नहीं, स्‍वदेशी मंच ने राजदूत को लिखा पत्र

स्‍वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय सहसंयोजक ने भारत के राजदूत को पत्र लिखकर डब्ल्यूटीओ में लाए गए प्रस्ताव का समर्थन करने की अपील की है। उन्‍होंने कहा कि पेटेंट को लेकर यूरोपीय यूनियन का रुख स्‍वीकार करने योग्‍य नहीं है।

By Vyas ChandraEdited By: Published: Sun, 23 May 2021 11:34 AM (IST)Updated: Sun, 23 May 2021 11:34 AM (IST)
Rohtas: पेटेंट मुक्ति के लिए यूरोपीय यूनियन का रुख स्‍वीकार नहीं, स्‍वदेशी मंच ने राजदूत को लिखा पत्र
WTO में लाए गए समझौते का समर्थन की अपील। प्रतीकात्‍मक फोटो

सासाराम (रोहतास), जागरण संवाददाता। यूरोपीय यूनियन (EU) की पेटेंट मुक्ति के विरोध में अपनाए गए रुख का स्वदेशी जागरण मंच ने विरोध किया है। मंच के राष्ट्रीय सह संयोजक डॉ अश्विनी महाजन ने जिले के कार्यकर्ताओं के साथ वर्चुअल बैठक में यह बातें कही। उन्होंने कहा कि कोविड-19, मानवता के सामने सबसे भयानक महामारी के रूप में मौजूद है। इसके मद्देनजर भारत ने दक्षिण अफ्रीका के साथ मिलकर अक्टूबर 2020 में डब्ल्यूटीओ में प्रस्ताव रखा है। डब्ल्यूटीओ (WTO) की ट्रिप्स काउंसिल से सीमित वर्षों के लिए कोविड-19 की रोकथाम और उपचार के लिए ट्रिप्स समझौते के विशिष्ट प्रावधानों के कार्यान्वयन, आवेदन और प्रवर्तन से छूट देने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दायित्व में ऐसे उपाय करने से बचने का दायित्व भी शामिल है जिसके परिणामस्वरूप अन्य देशों में मानवाधिकारों का उल्लंघन होता है 

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कोविड के चिकित्‍सा उत्‍पादों पर कुछ कंपनियां कर सकती एकाधिकार

डॉ महाजन के अनुसार हमारे सामने सबसे अच्छा विकल्प, ऑपरेशन की स्वतंत्रता के खिलाफ कानूनी बाधा को हटाकर, विभिन्न कोविड चिकित्सा उत्पादों के उत्पादन को बढ़ाना है।  ‘दान’ का दृष्टिकोण यानी टीके और अन्य चिकित्सा उत्पादों का ‘दान’ करना एक स्थायी रणनीति नहीं हो सकती है।  इसके अलावा इस तरह का दृष्टिकोण भी अब तक समस्या को प्रभावी ढंग से हल करने में विफल रहा है।  इस तरह के दृष्टिकोण से कुछ कंपनियों द्वारा कोविड-19 चिकित्सा उत्पादों पर एकाधिकार जारी रखने की संभावना है और यह केवल लोगों की परेशानियों को बढ़ाएगा, जिसे भारत और दुनिया ने हाल के महीनों में झेला है। क्योंकि इससे चिकित्सा उत्पादों की कमी बनी रहेगी और उपचार वहनीय नहीं हो सकेगा।

ट्रि‍प्‍स छूट समझौते का समर्थन करे भारत सरकार 

कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय सह संयोजक ने कहा कि पेटेंट ही एकमात्र बाधा नहीं है, टीकों, दवाओं आदि के उत्पादन को बढ़ाने के लिए व्यापार रहस्य तक पहुंच भी महत्वपूर्ण है। इसलिए, यूरोपीय संघ ने प्रस्तावित कोविड-19 वैक्सीन के वास्तविक मुद्दे को संबोधित करने के बजाय, पेटेंट पूल  के विषय को लाकर मुद्दे को भटकाने की रणनीति अपनाई है।  इस अभूतपूर्व अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य संकट पर लोगों के स्वास्थ्य को लाभ से ऊपर रखना महत्वपूर्ण है। इसलिए मंच का आग्रह है कि भारत सरकार ट्रिप्स छूट प्रस्ताव का बिना शर्त समर्थन करें और प्रस्ताव के उद्देश्यों और मूल भावना से समझौता किए बिना बातचीत को जल्द से जल्द समाप्त करने के लिए दस्तावेज-आधारित बातचीत में रचनात्मक रूप से शामिल हों।


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