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कल से खुलेंगे मंदिरों के कपाट, फूल प्रसाद चढ़ाने पर मनाही

शहर के मंदिरों के पट सोमवार से खुल जाएंगे। श्रद्धालु भगवती और भगवान से मनोकामना की पूर्ति के आराधना कर सकेंगे लेकिन छूकर नहीं। दर्शन और पूजा-पाठ के दौरान शारीरिक दूरी का पालन करना होगा। बिना मास्क पहने मंदिरों में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी।

By JagranEdited By: Published: Sat, 06 Jun 2020 10:26 PM (IST)Updated: Sat, 06 Jun 2020 10:26 PM (IST)
कल से खुलेंगे मंदिरों के कपाट, फूल प्रसाद चढ़ाने पर मनाही
कल से खुलेंगे मंदिरों के कपाट, फूल प्रसाद चढ़ाने पर मनाही

गया । शहर के मंदिरों के पट सोमवार से खुल जाएंगे। श्रद्धालु भगवती और भगवान से मनोकामना की पूर्ति के आराधना कर सकेंगे, लेकिन छूकर नहीं। दर्शन और पूजा-पाठ के दौरान शारीरिक दूरी का पालन करना होगा। बिना मास्क पहने मंदिरों में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। घंटी बजाने, फूल-माला, प्रसाद चढ़ाने पर प्रतिबंध रहेगा। कोरोना के कारण ढाई महीने से मंदिरों के पट बंद थे। प्रशासन की एडवाजरी के मुताबिक आठ जून से मंदिर खोलने की व्यवस्था की जा रही है। विष्णुपद, मां मंगलागौरी, मां दुखहरणी, मां बगलामुखी सहित अन्य मंदिरों के प्रबंधकों ने पूरी तैयारी कर ली है। मंदिर परिसर को सैनिटाइज किया जा रहा है। मंदिरों में श्रद्धालुओं के लिए की जा रही तैयारी पर संजय कुमार की रिपोर्ट :-

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महापूजा के साथ विष्णुपद

मंदिर का खुलेगा द्वार

शहर के प्रसिद्ध विष्णुपद मंदिर को खोलने की तैयारी लगभग पूरी हो गई। गयपाल पंडा समाज द्वारा महापूजा करने के बाद श्रद्धालुओं के लिए कपाट खोला जाएगा। साथ ही पूरे मंदिर परिसर को सैनिटाइज किया जाएगा। हाथ धोने के लिए साबुन उपलब्ध होगा। शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए प्रमुख द्वार से लेकर गर्भगृह तक गोला बनेगा। बारी बारी से भक्त भगवान श्रीहरि के चरण के दर्शन कर सकेंगे।

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पूजा-अर्चना के लिए श्रद्धालुओं को मास्क पहनकर आना होगा। बिना मास्क पहने पूजा की अनुमति नहीं दी जाएगी। कोरोना संक्रमण के मद्देनजर यह कदम उठाया गया है।

गजाधर लाल पाठक, सचिव विष्णुपद प्रबंधकारिणी समिति

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मां मंगलागौरी मंदिर में

गर्भगृह में प्रवेश पर पाबंदी

मां मंगलागौरी मंदिर स्थित गर्भगृह श्रद्धालुओं को प्रवेश की अनुमति नहीं मिलेगी। गर्भगृह के बाहर से ही श्रद्धालु मां की पूजा-अर्चना और दर्शन कर सकेंगे। देश दुनिया में फैली कोरोना महामारी के मद्देनजर विशेष सतर्कता बरती जा रही है। पूरे मंदिर परिसर को सैनिटाइज किया जा रहा है। मंदिर में लगी घंटियों को खोला जा रहा है। हाथ धोने के लिए साबुन एवं सैनिटाइजर मंदिर परिसर में रखे गए हैं।

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श्रद्धालुओं को शारीरिक दूरी का पालन करना होगा। लोहे की बैरिकेडिंग की गई है। एक बार में मात्र 25 श्रद्धालुओं को लाइन में लगने की अनुमति होगी ताकि शारीरिक दूरी बनी रहे।

अवध गिरि, सचिव मां मंगलगौरी प्रबंधकारिणी समिति

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मां बगलामुखी मंदिर में

घंटी में लगाए गए ताले

मां बगलामुखी मंदिर में खुलने से पहले मंदिर की घंटी पर ताले लगा दिए गए हैं ताकि श्रद्धालु पूजा के दौरान स्पर्श नहीं कर सकें। साथ ही धूपदानी, प्रतिमा के स्पर्श पर भी प्रतिबंध रहेगा। श्रद्धालु केवल भाव पूजन करेंगे। मंगलवार को यहां ज्यादा भीड़ होती है। ऐसे में श्रद्धालु से कहा जाएगा कि आप अन्य दिन दर्शन के लिए आ सकते हैं। श्रद्धालुओं को चरणामृत नहीं दिया जाएगा।

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मंदिर के मुख्यद्वार पर एक व्यक्ति तैनात रहेगा। एक-एक श्रद्धालु को प्रवेश करने की अनुमति दी जाएगी। दो से तीन मिनट एक श्रद्धालुओं को पूजा, पाठ एवं दर्शन की अनुमति मिलेगी। शारीरिक दूरी का विशेष ध्यान रखा जाएगा।

नागेंद्र मिश्र, पुजारी

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मां वागेश्वरी मंदिर में शारीरिक

दूरी के लिए बनाए गए गोले

शहर के उत्तर में स्थित मां वागेश्वरी मंदिर के पट खोलने की भी तैयारी चल रही है। शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए मंदिर परिसर में गोले बनाए जा रहे हैं। एक-एक कर श्रद्धालुओं को दर्शन करने की अनुमति दी जाएगी। साथ ही प्रत्येक दो घंटे पर मंदिर की फिनाइल से सफाई की जाएगी।

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मंदिर खुलने से पहले ही एक बार पूरे परिसर को सैनिटाइज किया जाएगा। प्रवेश द्वार से ही एक-एक श्रद्धालुओं को मंदिर पर प्रवेश के लिए अनुमति दी जाएगी। गोले बने होने से शारीरिक दूरी का पूरी तरह से पालन हो सकेंगा।

प्रमोद पांडेय, पुजारी

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मां दुखहरणी मंदिर को

किया जा रहा सैनिटाइज

मां दुखहरणी मंदिर को खोलने से पहले सैनिटाइज किया जा रहा है। साथ ही मंदिर में लगी घंटी को कपड़े से बांधा जा रहा है। गर्भगृह में पूजा के लिए एक बार में एक श्रद्धालु को ही अनुमति दी जाएगी। वहीं, श्रद्धालु सड़क पर कतार लगाकर खड़े रहेंगे। मंदिर में बिना मास्क पहने श्रद्धालुओं को प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी।

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मंदिर खोलने से पहले ही सभी तैयारी पूरी कर ली जाएगी। श्रद्धालुओं के हाथों को सैनिटाइज करने के बाद ही प्रवेश की अनुमति मिलेगी। तापमान की भी जांच की जाएगी। अधिक होने पर अनुमति नहीं मिलेगी।

चंद्र भूषण मिश्रा, पुजारी


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