नन्हीं पीढ़ी ने बेहतरी के सपनों में भरे उम्मीदों के रंग
पेंसिल से कभी स्केच बनाते और कभी उसे मिटाते बच्चे। कुछ पल सोचना फिर नई लकीरें खींचना। चित्र बना रहे ये बच्चे उस वस्तुस्थिति को आंक रहे थे जो वे हर दिन देखते हैं। पेड़-पौधे नहीं हैं पर्यावरण की सुरक्षा का संकट है चिलचिलाती धूप क्यों? फिर उस हकीकत में अपने आकलन के रंग भर रहे थे। दैनिक जागरण ने उन्हें यह मंच दिया था। शुक्रवार को तारे जमीं पर कार्यक्रम के तहत आयोजित पेंटिंग प्रतियोगिता में विभिन्न स्कूलों के पांच सौ से भी अधिक बच्चों ने चित्रों में अपनी कल्पना के रंग भरे। चाहे पर्यावरण की बात हो स्वच्छता की बात हो या मतदाताओं को जागरूक करने की आज की यह नन्हीं पीढ़ी आने वाले कल की बेहतरी के सपनों में उम्मीदों के रंग भर रही थी।
गया । पेंसिल से कभी स्केच बनाते और कभी उसे मिटाते बच्चे। कुछ पल सोचना, फिर नई लकीरें खींचना। चित्र बना रहे ये बच्चे उस वस्तुस्थिति को आंक रहे थे, जो वे हर दिन देखते हैं। पेड़-पौधे नहीं हैं, पर्यावरण की सुरक्षा का संकट है, चिलचिलाती धूप क्यों? फिर उस हकीकत में अपने आकलन के रंग भर रहे थे।
दैनिक जागरण ने उन्हें यह मंच दिया था। शुक्रवार को तारे जमीं पर कार्यक्रम के तहत आयोजित पेंटिंग प्रतियोगिता में विभिन्न स्कूलों के पांच सौ से भी अधिक बच्चों ने चित्रों में अपनी कल्पना के रंग भरे। चाहे पर्यावरण की बात हो, स्वच्छता की बात हो या मतदाताओं को जागरूक करने की, आज की यह नन्हीं पीढ़ी आने वाले कल की बेहतरी के सपनों में उम्मीदों के रंग भर रही थी। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सिटी एसपी अनिल कुमार ने कहा कि दैनिक जागरण का यह प्रयास सराहनीय है। बच्चों ऐसी रचनात्मक गतिविधियों से ही सीख पाते हैं, जो उन्हें व्याख्यान देकर नहीं समझाया जा सकता। यह उनकी प्रतिभा को प्रदर्शित करने का एक बेहतरीन अवसर है।
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स्वच्छता व मतदान का महत्व
जूनियर व सीनियर वर्ग के छात्रों ने स्वच्छता एवं मतदान के महत्व पर चित्र उकेरे। गया संग्रहालय में आयोजित इस कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथियों में शिक्षाविद व समाजसेवी निशांत कुमार, मम्मीजी एजुकेशनल चैरिटेबल ट्रस्ट की डॉ. जेने पेरे उर्फ मम्मी जी, संग्रहालय अध्यक्ष विनय कुमार, शांति निकेतन एकेडमी के निदेशक हरि प्रपन्न उर्फ पप्पूजी, आरजीएन पब्लिक स्कूल के निदेशक संजय कुमार सिंह, ओपेन माइंड अ बिड़ला स्कूल के प्रतिनिधि, मिने हाहा एचएफ एजुकेशनल सेंटर की प्राचार्य काजल शर्मा के अलावा विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों के प्राचार्य की गरिमामयी उपस्थिति थी। सभी ने दीप जलाकर इस कार्यक्रम का उद्घाटन किया और बच्चों को शुभकामना दी। कार्यक्रम का संचालन कर रहीं जागृति मालवीय ने अपने शब्दों का जादू बिखेरा।
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कार्यक्रम में रहा सहयोग
डॉ. आनंद प्रभा इंटरनेशनल स्कूल के डायरेक्टर अमित गुप्ता, ओपेन माइंड बिड़ला स्कूल के चेयरमैन राजीव कुमार, मिने हाहा एचएफ एजुकेशनल सेंटर के निदेशक धर्मेद्र यादव, ब्रिटिश इंग्लिश स्कूल के निदेशक भीमराज प्रसाद, श्री रामजी प्राइवेट आईटीआई के निदेशक रंजीत कुमार एवं मम्मीजी एजुकेशनल चैरिटेबल ट्रस्ट की संस्थापिका डॉ. जेने पेरे व मुन्ना पासवान।
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दो ग्रुपों में हुई प्रतियोगिता
प्रतियोगिता दो ग्रुप में हुई। पहले ग्रुप में कक्षा एक से चार और दूसरे ग्रुप में कक्षा पांच से आठ तक के बच्चे थे। पहले ग्रुप के बच्चों के लिए विषय स्वच्छता अभियान और दूसरे गु्रप के लिए मतदान का महत्व था। छात्रों को पेंटिंग बनाने के लिए दो घंटे का समय दिया गया। प्रतियोगिता में शामिल प्रतिभागियों में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पर रहने वालों की घोषणा विशेषज्ञों द्वारा मूल्यांकन के बाद की जाएगी। प्रतियोगिता में श्री शिक्षा निकेतन किड्स प्ले स्कूल, हंसराज पब्लिक स्कूल, सनराइज ग्लोबल एकेडमी, होली पब्लिक स्कूल, बुद्धा पुरुषार्थ पब्लिक स्कूल, केंद्रीय विद्यालय वन, प्रकाश विद्या मंदिर समेत कई स्कूलों के बच्चे शामिल हुए।
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बच्चों में था उत्साह
प्रतियोगिता को लेकर बच्चों में गजब का उत्साह था। वे दस बजे ही पहुंच गए थे। कागज, रंग और पेंसिल आदि लेकर अपनी कल्पना को आकृति देने को मचल रहे थे। साथ आए अभिभावक अपने बच्चों की प्रतिभा देखकर गदगद थे। प्रतियोगिता समय पर शुरू हुई। जो बच्चे थोड़ा विलंब से पहुंचे उन्हें पंद्रह मिनट का अतिरिक्त समय दिया गया।
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आयोजन बच्चों के रचनात्मक विकास में सहायक
शिक्षाविद व युवा समाजसेवी निशांत कुमार ने कहा कि यह आयोजन बच्चों के रचनात्मक विकास में सहायक सिद्ध होगा। उनमें सामाजिक चेतना के रंग भरेगा। उन्होंने इस कार्यक्रम के लिए दैनिक जागरण की सराहना की।