गया में किशोर की मौत मामले ने पकड़ा तूल, स्वजन बोले- कोविड का टीका लेने के बाद बिगड़ी थी तबियत
गया के रहमान बिगहा के 17 वर्षीय किशोर छात्र की मौत के बाद तीन सदस्यीय अधिकारियों ने की जांच की है। स्वजनों का कहना है कि कोविड का टीका लेने का बाद से ही उनके बेटी की तबियत खराब हुई थी।
संवाद सूत्र, डोभी(गया)। रहमान बिगहा के 17 वर्षीय किशोर की मौत मामले ने तूल पकड़ लिया है। किशोर की मौत को उसके स्वजन कोविड-19 के टीका को जिम्मेवार मान रहे हैं। जबकि स्वास्थ्य महकमा इसे सिरे से नकार रहा है। मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग की तीन सदस्यीय टीम ने इसकी जांच-पड़ताल करने मृतक के घर पहुंची। इसके पूर्व टीम के सदस्य कोठवारा स्थित राखी वस्त्रालय के पास पहुंचे। किशोर छात्र को वैक्सीन देने की बात बताई गई थी। इस कारण उक्त दुकान का सीसीटीवी कैमरे को खंखाला गया। जिसमें छात्र को टीका देते हुए दिखाई देने की बात कही जा रही है।
फुटेज को स्वास्थ्य विभाग की टीम साथ ले गई है। इसके बाद टीम रहमान बिगहा पहुंची। जहां पर मृतक के पिता और उसके स्वजन से मुलाकात की। मृतक के पिता संजय यादव ने जांच टीम को बताया की 20 जनवरी को उसके बेटे ने कोविड-19 का टीका लिया। टीका लेने के दूसरे दिन उसकी तबीयत बिगड़ने लगी। उल्टी और दस्त शुरू शुरू हुआ। जिसके बाद उसे शुरूआत में निजी अस्पताल में इलाज कराया गया। किशोर छात्र को बुद्धा नर्सिंग होम गया में भर्ती करवाया गया। यहां इलाज के दौरान मौत हो गई। इस पूरे मामले में सिविल सर्जन डा. कमल किशोर राय ने कहा कि जांच टीम के द्वारा अभी रिपोर्ट नहीं मिली है। रिपोर्ट मिलने के बाद ही स्थिति कुछ स्पष्ट हो सकेगा।
गया में मिले 10 नए कोरोना संक्रमित
जासं, गया।जिले में कोरोना संक्रमण का ग्राफ दिनोंदिन नीचे की ओर गिर रहा है। बीते 24 घंटे में जिले भर में 10 नए संक्रमित मिले। इनमें आरटीपीसीआर की जांच में चार व रैपिड एंटीजन किट की जांच में छह पाजिटिव पाए गए। इस बीच पूर्व से संक्रमित रहे 41 लोग स्वस्थ भी हो गए। गया जिले में अभी कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या 105 है। गौरतलब है कि इस बार की तीसरी लहर में दिसंबर के अंत से संक्रमण ने रफ्तार पकड़नी शुरू की थी। जो जनवरी के पहले सप्ताह तक रही। इसके बाद से संक्रमण अचानक से सुस्त पड़ा है। अभी मामले भले ही कम आ रहे हैं। बावजूद जानकार आम लोगों से कोरोना के संक्रमण को लेकर एहतिआत बरतने की सलाह देते हैं। लोग मास्क पहनें, शारीरिक दूरी का पालन करें। भीड़भाड़ में जाने से बचें। पूर्व से गंभीर बीमारियों से ग्रसित मरीजों की सेहत को लेकर ध्यान रखने की जरूरत है।