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रोहतास में बेटियों के सौदागर की पहचान के लिए टीम गठित, घर-घर होगी जांच, अपनों को भी होगी सजा

रोहतास क्षेत्र के विभिन्न जगहों पर शादी का झांसा देकर लड़कियों की खरीद-फरोख्त के मामले उजागर होने के बाद जिला प्रशासन सक्रिय हुआ। डीएम ने डीसीएलआर समेत चार अधिकारियों को सौंपा टास्क। टीम घर-घर बेटियों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर रिपोर्ट डीएम को सौंपेगी।

By Sumita JaiswalEdited By: Published: Mon, 05 Jul 2021 08:02 AM (IST)Updated: Mon, 05 Jul 2021 10:02 PM (IST)
रोहतास में बेटियों के सौदागर की पहचान के लिए टीम गठित, घर-घर होगी जांच, अपनों को भी होगी सजा
शादी के नाम पर बेटियों को बेचनेवालों को होगी सजा, सांकेति‍क तस्‍वीर।

रोहतास (सासाराम), जागरण संवाददाता। रोहतास क्षेत्र के विभिन्न जगहों पर शादी का झांसा देकर लड़कियों की खरीद-फरोख्त के मामले को जिला प्रशासन ने गंभीरता से लेते हुए डेहरी डीसीएलआर समेत चार अधिकारियों की टीम गठित किया है। टीम घर-घर बेटियों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर रिपोर्ट डीएम को सौंपेगी। बेटियों के सौदागरों की पहचान कर उन्हें सजा दिलाएगी।

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एक लाख से ढाई लाख रुपये तक में होता सौदा

डीएम धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि रोहतास प्रखंड के कई गांवों में बेटियों के सौदागरों के सक्रिय होने की जानकारी उन्हें मिली है। कई दलाल गरीब परिवार से मिल बेटियों की सौदा करा रहे हैं। नाबालिग व कुंवारी बेटियों को तथा उनके परिजन को झांसा दे मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा आदि जगहों पर शादी कराते हैं तथा फिर बेटियां वहीं से उनके चंगुल में फंस जाती हैं। लगभग एक लाख रुपये से ले ढाई लाख रुपये तक में इनका सौदा किया जाता है। इस तरह की घटना में स्थानीय लोग व उनके परिजन की सक्रिय भूमिका होती है। डीएम ने कहा कि यह कार्य एक सभ्य समाज के लिए कोढ़ है तथा इस तरह की घटना पर रोक लगाने के लिए बेटियों के सौदागरों की पहचान कराई जा रही है। आंगनबाड़ी सेविका के माध्यम से इसकी पड़ताल भी कराई जा रही है।

सात दिनों के अंदर जांच कर पूरी रिपोर्ट

डीएम ने कहा कि इसके लिए डीसीएलआर डेहरी, श्रम अधीक्षक डेहरी, जिला परियोजना प्रबंधक जीविका व महिला संरक्षण पदाधिकारी की संयुक्त जांच टीम गठित की गई है। ये टीम सात दिनों के अंदर जांच कर पूरी रिपोर्ट सौंपेगी। डीएम ने कहा कि इस तरह के धंधे में प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से जो भी शामिल होगा उसपर कार्रवाई सुनिश्चित कराई जाएगी।

बताया जाता है कि डेढ़ महीने के अंदर रोहतास प्रखंड में इस प्रकार के दो मामले उजागर हुए हैं। वहीं दर्जनों मामले पारिवारिक प्रतिष्ठा व लड़कियों के संकोच तथा लज्जा के कारण सामने नहीं आ सके हैं। खरीद-फरोख्त में बिचौलिए के साथ-साथ नजदीकी रिश्तेदार व परिजन भी शामिल हैं। इसी प्रकार का मामला गत दिनों ढेलाबाद व बंजारी गांव का भी सामने आया है। जिसमें वरीय अधिकारी के हस्तक्षेप के बाद रोहतास थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।

ढेलाबाग की पीडि़ता ने अपनी मां, मामा और नाना पर प्राथमिकी दर्ज कराई है। गत माह भी बंजारी से एक किशोरी को राजस्थान ले जाने के क्रम में श्रम अधीक्षक ने सासाराम मुफस्सिल थाने की पुलिस के सहयोग से लड़की को बरामद कर स्कॉर्पियो के साथ दलाल को भी पकड़ा था। हालांकि बाद में वह साक्ष्य के अभाव में छूट गया। इस मामले को लेकर श्रम अधीक्षक द्वारा बंजारी में इसकी छानबीन कर प्रतिवेदन भी डीएम को समर्पित किया गया है। ग्रामीण सूत्रों की माने तो बंजारी ,ढेलाबाद ,जमुआ, नौहट्टा प्रखंड के सुदूरवर्ती गावों के अलावा डेहरी शहर समेत अन्य जगहों पर इनका नेटवर्क सक्रिय है। जो इन क्षेत्रों से बालिग और नाबालिग लड़कियों को विवाह की रस्‍मों में बांधकर राजस्थान,उत्तरप्रदेश ले जाते है और वहा अधेड़ उम्र के लोगो को बेच देते हैं।


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