ऋण के लिए बिचौलिये से नहीं, बैंककर्मी से करें बात
पेज - फोटो 07 समावेशन -कागजात सही है तो दस मिनट में ग्राहकों को मिलेगा ऋण -बैंक परेशान करता है तो आरबीआइ की वेबसाइट पर करें शिकायत ----------- जागरण संवाददाता गया
गया । बैंक से ऋण को लेकर बिचौलियों से नहीं, बैंककर्मियों से बात करें। सभी कागजात सही हैं तो दस मिनट में ऋण मिलेगा।
उक्त बातें भारतीय रिर्जव बैंक के प्रबंधक राकेश दुबे ने मंगलवार को भारतीय रिर्जव बैंक एवं विकास विभाग द्वारा आयोजत समावेशन में कहीं। उन्होंने कहा कि बैंक आपको पूरा सहयोग करेगा। किसी तरह ऋण आप बैंक के माध्यम से ले सकते हैं। समय पर ऋण लें और लौटने से बैंक में आपकी साख बनी रहेगी। बैंक बिलकुल आप के घर के समान है। साथ ही डिजिटल लेनदेन के बारे में ग्राहकों को कई जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बैंकिंग लेनदेन के दौरान तथा अन्य किसी भी असर पर अपना पासवर्ड, एटीएम पिन एवं ओटीपी नंबर की जानकारी किसी भी व्यक्ति को साझा नहीं करें। जानकार बनिये सतर्क रहिए, की बातें ग्राहकों से कहीं।
उन्होंने कहा कि अगर बैंक ऋण देने में आनाकानी या परेशान करता है तो सीधी शिकायत आप आरबीआइ की वेबसाइट पर कर सकते हैं। इस मौके पर आरबीआइ के उप प्रबंधक शिवनंदन शंकर, एसबीआइ के क्षेत्रीय प्रबंधक मेवा आंनद, पीएनबी के मंडल प्रबंधक आर महालिंगम, अजय प्रकाश, अजय कुमार वर्मा सहित कई बैंक प्रबंधक मौजूद थे।
---------------
ग्राहकों ने रखीं अपनी बाते
समावेशन में ग्राहकों ने अपनी बातें भारतीय रिर्जव बैंक के प्रबंधक के समक्ष रखीं। बाराचट्टी के कांति कुमारी ने कहा कि बैंक नहीं होता आज हम इस मुकाम पर नहीं पहुंच पाते। बैंक के सहयोग से आज हम जूट थैला एवं घरों को सजाने का कार्य कर रही हूं। पूरी तरह से अपने आप निर्भर हूं। डोभी के शबनम प्रवीन ने कहा कि बैंक से ऋण लेकर समूह द्वारा कई कार्य कर रही हूं। खुद स्वावलंबी होने के साथ कई महिला आत्मनिर्भर हैं।