सेटेलाइट से निगरानी के दौरान कैमूर के 109 किसान पराली जलाते दिखे, तीन वर्षों तक योजनाओं का नहीं मिलेगा लाभ
खेतों में पराली जलाने वाले किसानों को सेटेलाइट के माध्यम से चिह्नित किया गया है। जिसमें मोहनियां अनुमंडल क्षेत्र के अंतर्गत कुदरा प्रखंड के सबसे अधिक किसान चिह्नित किए गए हैं। जिनकी संख्या 27 है। वहीं मोहनियां प्रखंड क्षेत्र के 25 किसानों को चिह्नित किया गया है।
जांस, भभुआ: खेतों में पराली जलाने वाले जिले के 109 किसानों को सेटेलाइट से चिह्नित कर उनके निबंधन को लॉक करने की कार्रवाई की गई है। निबंधन लॉक होने के साथ ही किसानों को तीन वर्ष तक कृषि व सहकारिता विभाग की योजनाओं का लाभ नहीं मिलेगा। इस संबंध में जिला कृषि पदाधिकारी रेवती रमण ने बताया कि अभी तक जिले के दोनों अनुमंडल क्षेत्रों के अंतर्गत आने वाले सभी प्रखंडों के 109 किसानों को चिह्नित किया गया है। जिनके द्वारा अपने खेतों में पराली जलाई गई है। ऐसे सभी किसानों को सेटेलाइट के माध्यम से चिह्नित किया गया है।
जिन किसानों को चिन्हित किया गया है उनमें मोहनियां अनुमंडल क्षेत्र के अंतर्गत कुदरा प्रखंड के सबसे अधिक किसान चिह्नित किए गए हैं। जिनकी संख्या 27 है। वहीं मोहनियां प्रखंड क्षेत्र के 25 किसानों को चिह्नित किया गया है। जिले के अधौरा, भगवानपुर, दुर्गावती प्रखंड के किसानों द्वारा खेतों में पराली नहीं जलाई जा रही है। यहां एक भी किसान सेटेलाइट की निगरानी में नहीं आए हैं। जिला कृषि पदाधिकारी ने किसानों से अपील करते हुए कहा कि किसान अपनी फसलों के अवशेष को खेतों में नहीं जलाएं।
विभाग लगातार जागरूक कर रहा है
विभाग लगातार पराली जलाने से होने वाले नुकसान के बारे में जागरूक कर रहा है। बावजूद किसान खेतों में पराली जला रहे हैं। पकड़े जाने पर निबंधन लाक करने के साथ तीन वर्ष तक कृषि व सहकारिता विभाग की कल्याणकारी योजनाओं के अनुदान व अन्य लाभ से किसान वंचित होंगे।
प्रखंडवार निबंधन लाक किए गए किसानों की संख्या :
अधौरा-शून्य
भभुआ-8
भगवानपुर-शून्य चैनपुर-10
चांद-15
रामपुर-04
कुदरा-27
मोहनियां-25
रामगढ़-12
दुर्गावती-शून्य
नुआंव-08