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सीबीएसई 10वीं बोर्ड में कम अंक मिलने से आक्रोशित हुए छात्र, औरंगाबाद में छात्रों ने किया जोरदार प्रदर्शन

ज्ञान भारती पब्लिक स्कूल के सामने दसवीं कक्षा के छात्रों ने जमकर प्रदर्शन और नारेबाजी किया। आक्रोशित विद्यार्थियों का कहना था कि प्री बोर्ड में उन्‍हें 90 प्रतिशत अंक मिले थे मगर फाइनल परीक्षा में 60 प्रतिशत नंबर दिए गए सीबीएसई गाइडलाइन का पालन नहीं किया गया।

By Sumita JaiswalEdited By: Published: Thu, 05 Aug 2021 11:06 AM (IST)Updated: Thu, 05 Aug 2021 11:13 AM (IST)
सीबीएसई 10वीं बोर्ड में कम अंक मिलने से आक्रोशित हुए छात्र, औरंगाबाद में छात्रों ने किया जोरदार प्रदर्शन
औरंगाबाद में नारेबाजी करते 10वीं के आक्रोशित छात्र। जागरण फोटो।

रफीगंज (औरंगाबाद), संवाद सूत्र। शहर के राजाबगीचा स्थित ज्ञान भारती पब्लिक स्कूल के दसवीं कक्षा के छात्रों ने बुधवार को एकत्रित होकर जमकर प्रदर्शन किया। आक्रोशित विद्यार्थियों का कहना था कि प्री बोर्ड में उन्‍हें 90  प्रतिशत अंक मिले थे, मगर फाइनल परीक्षा में 60 प्रतिशत नंबर दिए गए। छात्रों का कहना है कि सीबीएसई द्वारा परीक्षा रद करने के बाद रिजल्‍ट के लिए बनाए गए गाइडलाइन का पालन नहीं किया गया है।

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छात्रा पूजा कुमारी, छात्र फरजान खान, निशांत कुमार, सोनू कुमार, जीवन कुमार गौरव ने कहा कि तीन अगस्त को दसवीं सीबीएसई क्लास की फाइनल रिजल्ट घोषित किया गया, जिसमें नियम के अनुसार कम नंबर दिया गया है। हम लोगों को प्री-बोर्ड परीक्षा में 90 प्रतिशत से अधिक अंक मिला था परंतु फाइनल में करीब 60 प्रतिशत अंक आया है। छात्र मो. फैरजान खान को प्री बोर्ड में 95 प्रतिशत तो फाइनल रिजल्ट 60 प्रतिशत है। उसी तरह सत्यप्रकाश को प्री बोर्ड में 83 प्रतिशत तो फाइनल में 52 प्रतिशत, समर सिंह को प्री-बोर्ड में 88 प्रतिशत तो फाइनल बोर्ड में 69 प्रतिशत, अभिषेक राज को प्री-बोर्ड में 93.4 प्रतिशत फाइनल रिजल्ट 64.4 प्रतिशत ही है। इसी तरह से अभिषेक राज , सोनू कुमार, विकास कुमार, रोशन कुमार, जीवन कुमार गौरव, ऋषभ रंजन कुमार, श्रुति कुमारी, रिया कुमारी, नात्तिया राजा, मुजम्मिल अहमद, आयुष राज, ऋषभ कुमार, रॉक्की कुमार, प्रियांशु विनोद निशांत कुमार एवं अन्य विद्यार्थी सीबीएसई द्वारा घोषित परिणाम से नाखुश दिखे । बच्‍चों ने विद्यालय के प्रधानाचार्य के खिलाफ नारेबाजी किया। प्रदर्शन के दौरान कोरोना के कारण विद्यालय बंद था।

प्रधानाचार्य का फोन स्विच ऑफ रहा

मामले में प्रधानाचार्य से संपर्क करने की कोशिश की गई तो फोन स्विच ऑफ था। सभी छात्रों का कहना था कि फाइनल रिजल्ट से हम संतुष्ट नहीं हैं। बोर्ड लिखित परीक्षा लें। कम अंक आने के कारण अच्छे कॉलेजों में दाखिला लेने में परेशानी होगी।

बता दें कि चार मई को दसवीं बोर्ड की परीक्षा होनी थी। परंतु, कोविड महामारी के कारण 13 अप्रैल को परीक्षा रद कर दी गई थी। इसके बाद सीबीएसई ने प्री-बोर्ड सहित तीन परीक्षा के अंक के आधार पर विद्यार्थियों को फाइनल रिजल्ट घोषित करने के लिए गाइडलाइन तय किया था।


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