शराब माफिया का संरक्षक थानाध्यक्ष गिरफ्तार, फिर पुलिस को चकमा देकर फरार
बिहार के गया में एक थानाध्यक्ष को शराब माफिया से रिश्वत लेने के आरोप में एसएसपी ने गिरफ्तार किया। लेकिन, वह पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया।
गया [जेएनएन]। बिहार में सख्त शराबबंदी कानून के बाद भी पीने-पिलाने का दौर क्यों नहीं थम रहा, इसे शनिवार की एक घटना ने साफ कर दिया। एसएसपी ने चाकंद के थानाध्यक्ष को शराब माफिया को छोडऩे के एवज में रिश्वत लेते खुद गिरफ्तार किया। उसके आवास से 1.16 लाख रुपये बरामद किए गए। पकड़े जाने के बाद चंदौती थाने में उसे रखकर कागजी प्रक्रिया पूरी कर जेल भेजने की तैयारी की जा रही थी कि पुलिसकर्मियों को चकमा देकर वह फरार हो गया।
एसएसपी ने बताया कि थानाध्यक्ष को निलंबित करते हुए विभागीय कार्यवाही शुरू कर दी गई है। चूंकि उसे रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है, इसलिए चाकंद थाने में ही डीएसपी विधि व्यवस्था संजीव प्रभार ने प्राथमिकी दर्ज कराई है।
चाकंद थानाध्यक्ष ने शुक्रवार की रात नगर प्रखंड गन्नु बिगहा गांव से शराब से लदी एक बोलेरो और चार लोगों को पकड़ा था। इसमें एक स्थानीय जनप्रतिनिधि के हस्तक्षेप पर दो लोगों को छोड़ दिया। गाड़ी छोडऩे के लिए शराब तस्करों से तीन लाख रुपये की मांग की गई थी। तस्करों ने डेढ़ लाख रुपये का भुगतान कर दिया था। एसएसपी को इसकी गुप्त सूचना मिल गई थी। उन्होंने एएसपी संजय भारती एवं डीएसपी संजीव प्रभार के साथ थानाध्यक्ष के सरकारी आवास की छानबीन की। वहां से 1.16 लाख रुपये बरामद होने के बाद एसएसपी ने तत्काल उसे गिरफ्तार कर लिया। उस जनप्रतिनिधि के बारे में भी जानकारी ली जा रही है, जिसने शराब तस्करों को छोडऩे की पैरवी की थी। कुछ और लोग गिरफ्तार किए जा सकते हैं। फरार थानाध्यक्ष को ढूंढने के लिए छापेमारी की जा रही है।