टीकाकरण केंद्र पर टूट गया सुरक्षा चक्र
औरंगाबाद। टीकाकरण की रफ्तार इतनी तेज हो गई है कि केंद्रों पर भीड़ उमड़ रही है। अगर समय से टीका उपलब्ध रहे तो प्रतिदिन 20 स 25 हजार लोगों को टीका लगाया जा सकता है। यहां हमेशा टीका खत्म रहता है जिस कारण केंद्रों पर भीड़ रहती है।
औरंगाबाद। टीकाकरण की रफ्तार इतनी तेज हो गई है कि केंद्रों पर भीड़ उमड़ रही है। अगर समय से टीका उपलब्ध रहे तो प्रतिदिन 20 स 25 हजार लोगों को टीका लगाया जा सकता है। यहां हमेशा टीका खत्म रहता है जिस कारण केंद्रों पर भीड़ रहती है। कोरोनारोधी टीका लगाने केंद्र पहुंचने वाले ग्रामीण अपनी बारी के इंतजार में पांच से छह काटते हैं। केंद्रों पर कोई व्यवस्था नहीं है जिस कारण लोग परेशान रहते हैं।
सोमवार को सदर अस्पताल परिसर स्थित नौ टू नौ टीकाकरण केंद्र पर लोगों की कतार लंबी कतार लगी थी। पुरुष एवं महिलाओं की अलग-अलग कतार थी। टीकाकरण केंद्र पर भीड़ संभालने में पुलिसकर्मियों का पसीना छूट रहा था। वे परेशान थे। गांवों से जो लोग टीका लेने केंद्र पहुंचे थे उनके मुंह न तो मास्क था न ही वे दो गज दूरी का ख्याल रख रहे थे। नाम पूछने पर महिलाएं बता नहीं रही थीं। एक-दूसरे से महिलाएं इतनी करीब थीं कि अगर एक को कोरोना हो तो सभी को अपने लपेटे में ले सकतीं हैं। सुरक्षा चक्र का ध्यान किसी को नहीं था। यहां तैनात पुलिसकर्मी भी मूकदर्शक बने हुए थे। वे न तो महिलाओं को मास्क पहनने को बोल रहे थे न हीं दो गज दूरी बनाए रखने का आग्रह कर रहे थे। सुबह से शाम तक यहां भीड़ रही। टीका लेने पहुंचे विनोद पांडेय एवं श्वेता देवी यहां लौट गईं। बताया कि लाइन में खड़े होकर टीका लेने से बेहतर है कि टीका न लें। टीकाकरण केंद्र पर यही स्थिति रही तो कोरोना को फैलने से कोई रोक नहीं सकता है।
डीपीएम डा. कुमार मनोज ने बताया कि टीकाकरण केंद्रों पर भीड़ का कारण समय से वैक्सीन का नहीं पहुंचना हैं। जो लोग टीका लेने नियमित केंद्र पहुंच रहे हैं और उन्हें नहीं मिलता है तो वे घर लौट जाते हैं। दूसरे दिन अधिक भीड़ रहती है कई लोग टीका नहीं ले पाते हैं। जब तक वैक्सीन की डोज नियमित नहीं पहुंचेगी, भीड़ कंट्रोल करना मुश्किल होगा। औरंगाबाद में प्रतिदिन कम से कम 20 से 25 डोज की जरूरत है।